जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती आतंकी हमले में अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली। 78 वाहनों का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था तभी लेथपोरा के पास फिदायीन ने विस्फोटकों से भरी कार को काफिले की बस से टकराकर कर विस्फोट किया था। काफिले में लगभग ढाई हजार सीआरपीएफ जवान शामिल थे, जिनमें से ज्यादातर छुट्टियां काटकर ड्यूटी पर लौट रहे थे।
पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार सहर मिर्जा ने 19 फरवरी को अपने दिल की बात की। मिर्जा ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वो एक तख्ती लेकर खड़ी दिख रही हैं। इसमें लिखा है, “मैं एक पाकिस्तानी हूं। और मैं पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करती हूं।”
इसके साथ ही सहर मिर्जा की तख्ती पर लिखा है #AntiHateChallenge और #NoToWar. मिर्जा ने तस्वीर के साथ लिखा है, “मैं देशभक्ति के लिए इंसानियत का सौदा नहीं करूंगी।” तस्वीर के कैप्शन में #WeStandWithIndia और #NoToTerrorism भी लिखा है। महिला पत्रकार सहर मिर्जा इस तस्वीर के माध्यम से यह संदेश देना चाहती हैं कि वो भारत के साथ हैं और आंतकवाद के खिलाफ हैं।
सहर मिर्जा ने इस पोस्ट में साहिर लुधियानवी की चंद पंक्तियां भी लिखी हैं :
खून चाहे हमारा हो या उनका। खून तो इंसान का ही है।
जंग चाहे पूर्व में हो या पश्चिम में। ये है तो विश्व-शांति की हत्या ही।
चाहे घर में बम फोड़े जाएं या फिर सीमा पर। आत्मा तो घायल होती ही है।
जंग खुद में एक समस्या है। फिर जंग कैसे समस्या का हल करेगी?
आज ये आग और खून बरसाएगी। कल भूख और कमी लाएगी।