काशी में बोले PM मोदी- हमने राजीव गांधी के जमाने वाली 85% की लूट बंद की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में चल रहे प्रवासी भारतीय दिवस का औपचारिक उद्घाटन किया.

ये पहली बार है जब इसका आयोजन वाराणसी में किया जा रहा है. सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘युवा प्रवासी भारतीय दिवस’ की शुरुआत हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पर अपने संबोधन में कहा कि मैं एक प्रधानमंत्री के तौर के अलावा काशी के सांसद होने के नाते भी आपका स्वागत करता हूं. इस दौरान उन्होंने टुमकुर के सिद्धगंगा मठ के स्वामी के निधन पर भी शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन की शुरुआत अटल जी ने की थी, लेकिन उनके जाने के बाद पहली बार इस कार्यक्रम का स्वागत हो रहा है. PM बोले कि बाहर रहकर आप सभी देश की शक्ति को दुनिया को बता रहे हैं, आप लोग भारत के ब्रांड एंबेसडर हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया के कई देशों के प्रमुख ऐसे लोग हैं जिनकी जड़े भारत में हैं. उन्होंने कहा कि पहले लोग कहते थे कि भारत बदल नहीं सकता, लेकिन हमने इस सोच को ही बदल दिया है. आज भारत अनेक मामलों में दुनिया की अगुवाई कर रहा है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल की उनकी सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में बताया और सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.

PM बोले कि देश के एक पूर्व प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) ने कहा था कि अगर सरकार एक रुपये भेजती है तो 15 पैसे ही गांव में पहुंचता है. जिस पार्टी ने कई साल तक राज किया, उसी पार्टी के प्रधानमंत्री भी कुछ नहीं कर पाए. हमारी सरकार ने तकनीक का इस्तेमाल कर इस लूट को खत्म किया था. अब हम सब्सिडी का सारा हिस्सा सीधे बैंक अकाउंट के जरिए लोगों को सीधे पहुंचाते हैं. अगर हम पुरानी नीति से पहुंचते तो करीब 4.5 लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति की लूट हो जाती. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सरकारों में काम करने की नीयत नहीं थी|

प्रधानमंत्री बोले कि मैं आपको एक और आंकड़ा देता हूं पिछले साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने करीब-करीब 7 करोड़ ऐसे फर्जी लोगों को पहचानकर, उन्हें व्यवस्था से हटाया है. ये 7 करोड़ लोग वो थे, जो कभी जन्मे ही नहीं थे, जो वास्तव में थे ही नहीं. उन्होंने कहा कि ये 7 करोड़ लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे.  आप सोचिए, पूरे ब्रिटेन में, फ्रांस में, पूरे इटली में जितने लोग हैं, ऐसे अनेक देशों की जनसंख्या से ज्यादा तो हमारे यहां वो लोग थे, जो सिर्फ कागजों में जी रहे थे और कागजों में ही सरकारी सुविधाओं का लाभ ले रहे थे.

PM मोदी ने कहा कि मुझे संकोच था कि एक तरफ यूपी में कुंभ चल रहा है तो वाराणसी में ये कार्यक्रम करें या नहीं करें. लेकिन उसके बाद भी योगी आदित्यनाथ की टीम ने इसका आयोजन किया है. उन्होंने यहां बनी टेंट सिटी की भी काफी तारीफ की और काशीवासियों के सहयोग की भी दाद दी.

प्रवासी भारतीयों के लिए मोदी ने किए कई ऐलान

प्रधानमंत्री इस दौरान विदेश में रहने वाले भारतीयों के लिए कुछ ऐलान भी किए. PM ने कहा कि आपकी सोशल सिक्योरिटी के साथ-साथ पासपोर्ट, वीज़ा, PIO और OCI कार्ड को लेकर भी तमाम प्रक्रियाओं को आसान करने का प्रयास सरकार कर रही है. प्रवासी भारतीयों के लिए कुछ महीने पहले ही एक नया कदम भी उठाया गया है.

उन्होंने कहा कि दुनियाभर में हमारी Embassies और Consulates को पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट से जोड़ा जा रहा है, इससे आप सभी के लिए पासपोर्ट सेवा से जुड़ा एक Centralized System तैयार हो जाएगा. बल्कि अब तो एक कदम आगे बढ़ते हुए चिप बेस्ड e-Passport जारी करने की दिशा में भी काम चल रहा है.

प्रधानमंत्री ने बताया कि पासपोर्ट के साथ-साथ वीज़ा से जुड़े नियमों को भी सरल किया जा रहा है. e-VISA की सुविधा मिलने से आपके समय की बचत भी हो रही है और परेशानियां भी कम हुई हैं. अभी भी अगर कोई समस्याएं इसमें हैं तो उसके सुधार के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं.

PM बोले कि बदलते हुए इस भारत में आप रिसर्च एंड डेवलपमेंट और Innovation में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. सरकार ये भी कोशिश कर रही है कि भारत के Start-ups और NRI Mentors को एक साथ, एक प्लेटफॉर्म पर लाए. डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग भी आपके लिए एक अहम सेक्टर हो सकता है|

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संबोधन

सुषमा स्वराज ने इस कार्यक्रम में कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, 2004 से 2014 के बीच इस दिवस का महत्व घटता चलता गया और एक रस्म बनकर रह गया. लेकिन मई 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली तो इस दिवस में नई जान फूंक दी. हमारी सरकार ने देश के बाहर बसे भारतीय समुदाय के लोगों से सीधा संवाद किया था. मेडिसन स्क्वायर में जब प्रधानमंत्री ने भाषण दिया तो लोग पूछते थे कि क्या ये हॉल भर पाएगा, तो मैं मुस्करा कर कहती थी कि उसी दिन देखिएगा.

सुषमा ने इस दौरान मंच पर बैठे सभी अतिथियों को स्वागत किया, हालांकि इस दौरान वह मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ का स्वागत करना भूल गईं. बाद में सुषमा दोबारा आईं और उनके बारे में बात की.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन

योगी आदित्यनाथ ने यहां कहा कि कुंभ के साथ-साथ प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन करना उत्तर प्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है. कुंभ आज एक वैश्विक मान्यता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस बार ऐतिहासिक कुंभ का आयोजन हो रहा है.

Leave a Reply