दिल्ली में दहशत का प्लान? DSP के ‘टेरर कनेक्शन’ पर कांग्रेस ने दागे 7 सवाल

जम्मू-कश्मीर पुलिस में डीएसपी देवेंद्र सिंह के आतंकी कनेक्शन से सुरक्षा एजेंसियां हैरान हैं. देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार तो कर लिया गया है और उससे पूछताछ भी शुरू हो गई है. लेकिन अब देवेंद्र सिंह के मामले में राजनीति तेज हो गई है और कांग्रेस-भाजपा में आर-पार का माहौल बन गया है. कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को देवेंद्र सिंह के मामले में सरकार के सामने कई सवाल दागे और सारी जांच को सामने रखने को कहा.

कांग्रेस की ओर से दागे गए सवाल…

1.    क्या किसी बड़ी साजिश में शामिल था देवेंद्र सिंह?

2.    किसके इशारों पर काम कर रहा था देवेंद्र? वो मोहरा है तो उसका मुख्य साजिशकर्ता कौन है?

3.    देवेंद्र सिंह के पीछे किसी और शक्तिशाली व्यक्ति का हाथ तो नहीं?

4.    देवेंद्र किसके कहने पर आतंकियों को अपनी कार से ले जा रहा था?

5.    क्या पुलवामा आतंकी हमले में देवेंद्र सिंह का कोई रोल था?

6.    क्या डीएसपी का हाथ 2001 में संसद पर हुए हमले में भी था?

7.    देवेंद्र कितने साल से आतंकियों से यारी निभा रहा था?

बता दें कि जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने एजेंसियों की मदद से देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया, जब उसे गिरफ्तार किया गया तो उसके साथ दो आतंकी और भी थे. ऐसे में हर किसी का यही सवाल था कि क्या देवेंद्र सिंह आतंकियों के साथ मिलकर कोई बड़ी साजिश रच रहा था, क्या इनके प्लान में दिल्ली भी था.

गौरतलब है कि हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 2 आतंकवादियों के साथ किसी पुलिस अधिकारी का पकड़ा जाना कोई आम खबर तो नहीं है. देवेंद्र सिंह को बहादुरी के लिए अवॉर्ड भी मिल चुके हैं, अब उसी व्यक्ति को आतंकी कनेक्शन में गिरफ्तार किया गया.

जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देवेंदर सिंह पिछले कुछ समय से आतंकियों को एस्कोर्ट सर्विस मुहैया कराता था. मतलब वो आतंकियों को एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाने का काम करता था.

दिल्ली की तरफ जाते हुए कुलगाम में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के जिन आतंकियों नवीद बाबू और रफी अहमद के साथ देवेंदर सिंह को पकड़ा गया, खबर है कि इनकी साजिश दिल्ली, जम्मू और चंडीगढ़ को निशाना बनाने की थी.

57 साल के देवेंद्र के आतंक कनेक्शन का पुख्ता अलर्ट पुलिस को खुद उसी के फोन कॉल से मिल गया था. शोपियां पुलिस ने उसकी और आतंकी नवीद बाबू से हुई बातचीत रिकॉर्ड की थी.

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