‘नहीं किया अच्छा व्यवहार’, 5 बड़े मुद्दे जिनपर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को कोसा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले लगातार तैयारियां चल रही हैं. नई दिल्ली से लेकर अहमदाबाद और आगरा में अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं. लेकिन भारत आने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान दिया है, जिसपर चर्चा शुरू हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है, ‘भारत ने हमारे साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया है, ऐसे में इस दौरे पर ट्रेड डील साइन करना मुश्किल है’.

अपने कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप कई ऐसे मुद्दों पर बयान दे चुके हैं जो भारत की आलोचना करते हैं. एक नज़र डालिए अमेरिकी राष्ट्रपति किन मुद्दों पर भारत को घेरते आए हैं…

ट्रेड डील पर लंबे समय से चर्चा जारी

भारत और अमेरिका के बीच पिछले लंबे समय से ट्रेड डील को लेकर कोशिशें की जा रही हैं. भारत की ओर से इसके लिए पूरी तैयारी है लेकिन अमेरिका से बात नहीं बन रही है. डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर इस दौरे में ऐसी किसी डील साइन ना होने के संकेत दिए हैं. दुनियाभर में जारी मंदी के माहौल के बीच ये ट्रेड डील भारत के लिए बड़ा बूस्ट हो सकती है. अमेरिका ने बीते दिनों स्टील, एल्युमिनियम के प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ाया था, जिसमें भारत छूट की संभावनाएं तलाश रहा है.

पेरिस समझौते को लेकर भारत को कोसा

अमेरिका की सत्ता संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने उस वक्त दुनिया को चौंका दिया था, जब अमेरिका पेरिस समझौते से बाहर हो गया था. डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस समझौते से नाम हटाते हुए कहा था कि जो सख्त नियम अमेरिका के लिए हैं, वो भारत और चीन जैसे देशों के लिए नहीं हैं.

जलवायु परिवर्तन के मसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति कई बार भारत पर निशाना साधते आए हैं और कहा है कि अमेरिका जलवायु परिवर्तन से निबटने के लिए अधिक पैसा देता है, लेकिन भारत जैसे देश अधिक मात्रा में कार्बन उत्सर्जन करते हैं. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत-चीन जैसे देश अपना कचरा समुद्र में छोड़ते हैं, जो अमेरिका तक फैला हुआ है.

हार्ले डेविडसन पर भारत-US आमने-सामने

दुनिया में सबसे शानदार बाइक में से एक गिने जाने वाली हार्ले डेविडसन के मसले पर भी भारत-अमेरिका आमने-सामने आ चुके हैं. भारत ने इस अमेरिकी प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ा दिया था, जिसपर अमेरिकी राष्ट्रपति भड़क गए थे. डोनाल्ड ट्रंप का कहना था कि भारत का फैसला हमें बर्दाश्त नहीं है और हार्ले डेविडसन पर 50 फीसदी टैरिफ भी मंजूर नहीं है. भारत ने हार्ले डेविडसन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाया था, लेकिन बाद में जब मोदी-ट्रंप की बात हुई तो टैरिफ 50 फीसदी पर तय हुआ.

अफगानिस्तान में भारत का सहयोग

अमेरिका पिछले करीब दो दशक से अफगानिस्तान में तालिबान से लड़ाई लड़ रहा है. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद इस रुख में बदलाव किया और अपने सैनिकों का वापस बुलाना शुरू किया. इस पर तालिबान से चर्चा भी की जा रही है. इस नीति को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लपेटा था और कहा था कि भारत जैसे मजबूत देश जो अफगानिस्तान के पास हैं, उन्हें सिर्फ पैसे ही नहीं बल्कि अपने जवानों को भी भेजना चाहिए.

हालांकि, ट्रंप के आरोपों पर भारत ने जवाब दिया था कि वहां चलाई जा रही भारत प्रायोजित विकास की योजनाओं की जानकारी दी थी.

कश्मीर पर लगातार ट्रंप की बयानबाजी

बीते साल जब भारत और पाकिस्तान आमने-सामने थे और दोनों देशों में जंग की स्थिति आ गई थी. तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार बयानबाजी कर रहे थे और दोनों देशों में सुलह करवाने की बात कर रहे थे. डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार दावा किया कि भारत-पाकिस्तान में कश्मीर को लेकर जो दशकों से विवाद जारी है, वह उसे सुलझा सकते हैं. पाकिस्तान की ओर से ऐसी अपील भी की गई थी, लेकिन भारत ने किसी भी तरह के दखल से इनकार किया था.

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