सरकार की ओर से आया एक बयान और बाजार ने देखी सबसे बड़ी रिकवरी

कोरोना वायरस भारत समेत दुनियाभर में महामारी का रूप ले चुका है. इस वायरस की वजह से अलग-अलग देशों के शेयरों में हर दिन गिरावट के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. इन हालातों से भारतीय शेयर बाजार भी अछूता नहीं है.

बीते 10 कारोबारी दिन में सेंसेक्‍स 8000 अंक से अधिक लुढ़क चुका है तो वहीं निफ्टी ने भी 2000 अंक के करीब गिरावट देखी है. सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को तो भारतीय शेयर बाजार खुलते के साथ ही लोअर सर्किट लग गया और कारोबार 45 मिनट के लिए रोक दिया गया. हालांकि, दोपहर बाद ही शेयर बाजार ने रिकॉर्ड रिकवरी देखी. लेकिन सवाल है कि आखिर ऐसा क्‍या हुआ कि शेयर बाजार में इतनी बड़ी तेजी दर्ज की गई.

सरकार ने दिलाया भरोसा

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से बाजार में बैठ रहे ‘डर’ से निपटने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक सभी अनिवार्य कदम उठाएंगे. सुब्रमण्यम ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों की गिरावट दुनिया के अन्य बाजारों की तुलना में काफी कम है. अगले कुछ सप्ताह में घरेलू बाजार में स्थिरता देखने को मिलेगी क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था के बुनियादी संकेत मजबूत बने हुए हैं. उन्‍होंने बताया कि मुद्रास्फीति घट रही है, औद्योगिक उत्पादन बढ़ा है और देश के पास पर्याप्त मात्रा में विदेशी मुद्रा भंडार है.

सेबी ने भी की है तैयारी

शेयर बाजार की हालत देखते हुए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कहा कि वह किसी भी तरह की अनिवार्य कार्रवाई के लिए तैयार है. सेबी ने एक बयान में कहा कि कोराना वायरस की वजह से कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें भी गिरी हैं और आर्थिक मंदी की आशंका का डर भी बढ़ा है. नियामक ने कहा, ‘‘सेबी और शेयर बाजार जरूरत के हिसाब से उपयुक्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं.’’

सेबी के मुताबिक भारतीय बाजार में गिरावट का रुख अन्य देशों के बाजारों के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से कम है. बयान के मुताबिक सेबी, बीएसई और एनएसई ने जोखिम प्रबंधन की मजबूत व्यवस्था की है. यह व्यवस्था बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी के साथ-साथ कंपनियों के शेयरों (नकद और डेरीवेटिव) की चाल में बहुत ज्यादा परिवर्तन होने पर स्वत: काम करने लगती है.

बता दें कि शुक्रवार सुबह के कारोबार में सेंसेक्स में 3,200 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गयी जबकि निफ्टी करीब 8,600 अंक के स्तर पर पहुंच गया. इसके चलते शेयर बाजारों को 45 मिनट के लिए बंद करना पड़ा. हालांकि, बाद में शेयर बाजारों में सुधार का रुख देखा गया. एक दिन पहले कारोबार में सेंसेक्स 2,919.26 अंक गिरकर 32,778.14 अंक पर और निफ्टी 868.25 अंक टूटकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ था.

सोना-रुपया का क्‍या रहा हाल?

राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को सोना 1,097 रुपये टूटकर 42,600 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया. इससे पिछले सत्र में सोना 43,697 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था. सोने की तर्ज पर चांदी भी 1,574 रुपये के नुकसान के साथ 44,130 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई. गुरुवार को चांदी 45,704 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. इस बीच, डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे मजबूत होकर 73.92 के स्तर पर बंद हुआ है. कारोबार के दौरान रुपये में जबरदस्‍त उतार-चढ़ाव रहा.

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