क़तर में खेले जा रहे फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में मंगलवार को उस वक़्त बड़ा उलट फेर हो गया जब सऊदी अरब ने दो बार की विश्व विजेता टीम अर्जेंटीना को हरा दिया.
क़तर के लुसैल स्टेडियम में खेले जा रहे ग्रुप सी के इस मुक़ाबले में लियोनेल मेसी ने 10वें मिनट में अर्जेंटीना को बढ़त दिलाई.
उन्होंने सऊदी अरब के खिलाफ पेनल्टी पर गोल किया. इस गोल के साथ अर्जेंटीना की टीम मैच में 1-0 से आगे हो गई.
अर्जेंटीना के लिए दूसरा गोल लोटारो मार्टिनेज ने किया, लेकिन उसे रेफरी ने खारिज कर दिया. सऊदी अरब ने 48वें मिनट में मैच का पहला गोल किया.
अर्जेंटीना की टीम को टूर्नामेंट की शुरुआत के समय फेवरिट्स में गिना जा रहा था. वो पिछले 36 मुक़ाबलों से लगातार जीत के झंडे गाड़ रही थी. इसमें साल 2021 का कोपा अमेरिका कप भी शामिल है.
मेसी के ख़्वाब पर ख़तरा
शनिवार को अब अर्जेंटीना का मेक्सिको से मुक़ाबला है जबकि सऊदी अरब पोलैंड से भिड़ेगा. अगर मेसी के पास डिएगो माराडोना की तरह वर्ल्ड कप जीतकर अपने देश में अमर होने का कोई मौका है तो अर्जेंटीना को फौरन कुछ करना होगा.
मंगलवार के नतीज़ों ने अर्जेंटीना के डिफेंस पर सवाल खड़ा कर दिया है. इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों में लगातार 37 मुक़ाबले जीतने का रिकॉर्ड इटली के नाम रहा है.
आज के मैच के साथ मेसी अर्जेंटीना के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने चार विश्व कप टूर्नामेंट्स में 20 मुक़ाबले खेले हैं. लेकिन सऊदी अरब की टीम ने आज मेसी के गोल और उनकी इस उपलब्धि का मजा ख़राब कर दिया. मेसी से पहले माराडोना ने अर्जेंटीना के लिए विश्व कप में सबसे अधिक 21 मैच खेले हैं.
मेसी के स्ट्राइक पार्टनर मार्टिनेज़ ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा, “इससे बहुत तकलीफ़ हुई है. हम ख़्वाब देख रहे थे कि विश्व कप की शुरुआत इस जीत के साथ होगी. लेकिन ये हुआ है और हमें भविष्य के बारे में सोचना होगा.”
उन्होंने कहा, “हम ये गेम अपनी ग़लतियों की वजह से हारे हैं. ये ग़लतियां हमने सेकेंड हाफ में की थीं. हमें अपनी ग़लतियां सुधारने की ज़रूरत है.”
खेल कहां पलटा…
मैच की शुरुआत में चीज़ें कुछ और ही लग रही थीं. मेसी ने तूफ़ानी अंदाज़ में शुरुआत की. सऊदी गोलकीपर अल-ओवैस को पेनाल्टी शूट आउट में ग़लत दिशा में भेजा.
लेकिन इसके बाद अर्जेंटीना की ओर से दूसरे गोल की कोशिशें नाकाम रहीं.
सऊदी अरब के लिए आज के नतीजे ने टूर्नामेंट की शुरुआत में ही मुक़ाबले से बाहर होने के इतिहास को बदल दिया है.
साल 2018 में मेज़बान रूस और साल 2002 में 8-0 से जर्मनी की हार ऐसे ही बड़े उलट फेर में से एक थी.
सऊदी अरब के लिए सालेह अलशेहरी ने गोल दागा. 53वें मिनट में सऊदी अरब के लिए सालेम अलडसारी ने दूसरा गोल किया.
विश्व कप के इतिहास में…
किसे मालूम था कि ऐसा होने वाला है. फ़ीफ़ा विश्व कप के लिए क़तर पहुंचने वाली टीमों में अर्जेंटीना की टीम को एलीट टीमों में गिना जा रहा था.
कई लोगों का मानना था कि अर्जेंटीना विश्व कप के मुक़ाबले में लंबा सफ़र तय करेगी. मेसी जैसे स्टार खिलाड़ियों से सजी अर्जेंटीना की टीम को अटैक के मामले में महारत हासिल रखने वाला माना जाता था.
साल 2018 में रूस में हुए विश्व कप मुकाबले में अंतिम 16 टीमों में पहुंचने से पहले अर्जेंटीना की टीम को काफी उथल-पुथल से गुजरना पड़ा था. इवेंट के ठीक पहले मैनेजर को हटा दिया गया था.
लेकिन मैनेजर और कोच लियोनेल स्कालोनी के आने के बाद अर्जेंटीना की टीम गंभीर हो गई. वे ज़्यादा मुक़ाबलों में हारे नहीं बल्कि लगातार जीतते रहे.
साल 2019 में कोपा अमेरिका टूर्नामेंट के फ़ाइनल में ब्राज़ील के हाथों मिली शिकस्त के बाद अर्जेंटीना ने मंगलवार के मुक़ाबले तक हार का स्वाद नहीं चखा था.
सऊदी अरब ने जो कर दिखाया…
अर्जेंटीना की जीत का सिलसिला अब टूट गया है. सऊदी अरब ने उसे बेहद चौंकाने वाले तरीके से हराया. आज के मुक़ाबले से पहले इस टूर्नामेंट में कोई उन्हें गंभीरता से नहीं ले रहा था.
32 देशों की भागीदारी वाले इस टूर्नामेंट में केवल घाना की रैंकिंग उनसे नीचे थी. सऊदी अरब ने अर्जेंटीना से पहले अपने खाते में तीन जीत दर्ज की थी, लेकिन किसी भी जीत को बड़ा नहीं कहा जा सकता था.
लेकिन आज ऐसा लगा जैसे किस्मत सऊदी अरब के साथ थी. मेसी और लाउटारो मार्टिनेज़ ने अगर अपने अटैक की टाइमिंग में तालमेल रखा होता तो ब्रेक से पहले ही अर्जेंटीना का स्कोर 4-0 पर होता.
लेकिन सऊदी अरब की टीम ने अर्जेंटीना की नाक के नीचे से जीत छीन लिया. मैच की आख़िरी सीटी के साथ ये स्पष्ट हो गया था कि इतिहास बन गया है.
साल 1990 में कैमरून के बाद अर्जेंटीना को विश्व कप मुकाबले में हराने वाली सऊदी अरब पहली टीम बन गई थी.
सऊदी अरब की इस जीत की क्या अहमियत है, इसका अंदाजा किंग सलमान के इस फ़ैसले से लगाया जा सकता है कि बुधवार को देश में सार्वजनिक अवकाश का एलान किया गया है. अर्जेंटीना पर सऊदी अरब की जीत का जश्न मनाने के लिए बुधवार को देश के सभी स्कूल कॉलेज और प्राइवेट और सरकारी दफ्तर बंद रखे जाएंगे.