पाकिस्तानी रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर जा पहुंचा है. गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता और गहराती जा रही है. गुरुवार को एक डॉलर के मुक़ाबले पाकिस्तानी रुपया गिर कर 255 पर जा पहुंचा.
ये गिरावट तब आई है जब एक दिन पहले ही पाकिस्तानी सरकार ने रुपये के एक्सचेंज दर पर अपनी पकड़ ढीली की थी.
दरअसल, पाकिस्तान ने इंटरनेशनल मॉनिटरी फ़ंड से क़र्ज़ पाने के लिए उनकी शर्त के अनुसार अपने रुपये को खुले बाज़ार की क़ीमत के हिसाब से छोड़ दिया.
अब तक पाकिस्तान ने एक डॉलर के मुकाबले 231 रुपये की क़ीमत पर अपनी मुद्रा को किसी तरह रोक रखा था, लेकिन इससे सरकार के पास डॉलर नहीं आ पा रहे थे. डॉलर एक्सचेंज, बैंक में ना होकर खुले बाज़ार में किए जा रहे थे जहां इसके लिए मनमाने पैसे मांगे जा रहे थे.
शहबाज़ शरीफ़ सरकार पर आईएमएफ़ से क़र्ज़ जुटाने का दबाव बढ़ता जा रहा था और इसे देखते हुए ही गुरुवार को रुपये के एक्सचेंज पर ढील दी गई थी.
इस सप्ताह पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर भी 24 साल की सबसे महंगी दर पर पहुंचा दिया है.