Modi इतिहास की राजनीति कर रहे हैं, हम भविष्य की : Rahul Gandhi

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका से एक बार फिर बीजेपी, पीएम नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर निशाना साधा है.

न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भविष्य की तरफ़ देखने में अक्षम हैं और सिर्फ़ पीछे ही देखते हैं.

राहुल गांधी ने ओडिशा में हुए रेल हादसे पर टिप्पणी करते हुए ये भी कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में हुए हादसे के समय मंत्री ने इस्तीफ़ा दे दिया था, लेकिन बीजेपी में कोई ज़िम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है.

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी रियरव्यू मिरर में देखते हुए कार चला रहे हैं और उन्हें पता नहीं है कि ‘’भारतीय कार बार-बार हादसों का शिकार क्यों हो रही है.’’

इससे पहले राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके रेल हादसे पर सरकार पर निशाना साधा था और रेल मंत्री के इस्तीफ़े की मांग की थी.

भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में इस समय विचारधारा की लड़ाई चल रही है.

राहुल गांधी ने कहा, “आप जानते हैं कि भारत में इस समय लड़ाई चल रही है, ये लड़ाई दो विचारधाराओं की है. एक जिसका प्रतिनिधित्व हम करते हैं और दूसरा जिसका प्रतिनिधित्व आरएसएस और बीजेपी करते हैं.”

राहुल ने कहा, “साधारण शब्दों में कहें तो एक तरफ़ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ़ नाथूराम गोडसे हैं. एक तरफ़ एक बहादुर व्यक्ति है, जो आपके जैसा एनआरआई है, जो संभवतः भारत का कई सालों में सबसे प्रभावशाली, विनम्र और सादगी भरा एनआरआई है.”

”वो व्यक्ति जिसे भारत की विचारधारा में विश्वास था. जिसने अहिंसा को आत्मसात किया और जो सत्य के पथ पर चला. दूसरी तरफ़ नाथूराम गोडसे हैं जो हिंसक हैं, उग्र हैं और जो अपने जीवन की सच्चाई का सामना करने में असमर्थ हैं.”

”उन्होंने गांधी को इसलिए मारा क्योंकि वो अपने जीवन का सामना नहीं कर पा रहे थे. उन्होंने अपने आक्रोश को किसी पर निकालना था और उन्होंने ऐसे व्यक्ति पर हमला करके अपना आक्रोश निकाला जो भारत की आत्मा का प्रतिनिधित्व करते थे.”

राहुल गांधी ने कहा, “गांधी जी भविष्य की तरफ़ देखते थे, वो आधुनिक थे लेकिन गोडसे सिर्फ़ इतिहास की बात करते थे. गोडसे ने कभी भी भविष्य की बात नहीं की. वो ग़ुस्सैल थे और नफ़रत से भरे थे और वास्तव में वो डरपोक थे.”

”गांधी जी के सामने दुनिया की सबसे बड़ी ताक़त थी. सुपरपावर थी. वो आज के अमेरिका से भी अधिक शक्तिशाली शक्ति थी. वो इसका सामना कर पाये क्योंकि वो सत्य के पथ पर चल रहे थे और विनम्र थे. आप सभी महात्मा गांधी, आंबेडकर, सरदार पटेल और नेहरू के पदचिन्हों पर चल रहे हैं.”

राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत के अन्य विचारकों का भी ज़िक्र किया.

राहुल गांधी ने कहा, “अगर हम विनम्रता की बात करें तो मैं सिर्फ़ महात्मा गांधी पर नहीं रुकूंगा, मैं उनसे पीछे भी जा सकता हूं क्योंकि महात्मा गांधी ने भी ये विनम्रता किसी से सीखी थी. कर्नाटक में वसवना थे, केरल में नारायणगुरु थे, पंजाब में गुरुनाक जी थे, गौतम बुद्ध थे.”

”भारत में ऐसे विचारकों की लंबी सूची है. अगर आप भारत के ऐसे महान व्यक्तित्वों के सार को देखें तो आप पायेंगे कि इन सब में कुछ ख़ास विशेषताएं थीं. इन सभी ने सत्य की खोज की और उसके लिए लड़ाई लड़ी. आंबेडकर जी ने दलित जिन हालात का सामना कर रहे थे उनके ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी.”

Leave a Reply