एक लड़की ने इंस्टाग्राम पर पूछा मर जाऊं, 69 फीसदी लोगों ने हां कहा, फिर क्या हुआ?

इंस्टाग्राम. जहां लोग अपनी फोटो शेयर करते हैं. वीडियो शेयर करते हैं. एक दूसरे से चैट करते हैं. दूसरे की फोटो पर कमेंट करते हैं. लाइक करते हैं. इसी इंस्टाग्राम पर एक 16 साल की लड़की ने लोगों से पूछा कि क्या उसे जिंदगी खत्म कर लेनी चाहिए? 69 प्रतिशत लोगों ने हां कहा और लड़की ने आत्महत्या कर ली. 16 साल की लड़की ने पोल में 69 प्रतिशत लोगों के कहने पर तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दी.
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घटना मलेशिया की है. पुलिस ने लड़की का नाम उजागर नहीं किया है. पुलिस ने बताया कि,

लड़की ने फोटो शेयरिंग ऐप पर पोस्ट लिखा था, : “Really Important, Help Me Choose D/L” यानी बहुत ही महत्वपूर्ण, डेथ (मौत) और लाइफ (जिंदगी) में से एक चुनने में मेरी मदद करें.

लड़की के नजदीकी दोस्त के अनुसार डी का मतलब डेथ और एल का मतलब लाइफ से है. ज्यादातर लोगों ने मौत के लिए हां कहा. इसके बाद लड़की ने आत्महत्या कर ली. सवाल उठ रहे हैं कि लड़की की मौत के लिए जिम्मेदार कौन है. क्या वह खुद अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए जिम्मेदार है या वो 69 प्रतिशत लोग जिन्होंने उसे मौत चुनने के लिए वोट किया.

उत्तर-पश्चिमी राज्य पेनांग के वकील और सांसद रामकरपाल सिंह का कहना है कि जिन्होंने लड़की को मौत चुनने के लिए वोट किया वो दोषी हैं. जांच एजेंसियों को उस हालात का पता लगाना चाहिए कि आखिर लड़की ने ऐसा क्यों किया. क्या उन लोगों के प्रोत्साहन ने वास्तव में लड़की को अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए फैसला लेने मजबूर किया. देश में आत्महत्या का प्रयास अपराध है. किसी को आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रयास भी अपराध है.

मलेशिया के युवा और खेल मंत्री सैयद सद्दीक सैयद अब्दुल रहमान ने कहा कि,

इस घटना के बाद देश में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा की जरूरत है. मैं अपने युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर चिंतित हूं. यह राष्ट्रीय मुद्दा है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.

इंस्टाग्राम के अधिकारी चिंग यी वोंग का कहना है-

हमारी संवेदनाएं लड़की के परिवार के साथ है. यह हमारी जिम्मेदारी है कि इंस्टाग्राम यूज करने वाले यूजर्स सुरक्षित महसूस करें. हम सभी से आग्रह करते हैं कि जब भी इंस्टाग्राम पर ऐसी कोई गतिविधि या व्यवहार देखें जिसमें किसी की जिंदगी को खतरा महसूस हो तो तुरंत इमरजेंसी टूल का इस्तेमाल करें.

फरवरी में इंस्टाग्राम ने घोषणा की थी कि वह सेंसटिव तस्वीरों को रोकने के लिए “sensitivity screens” यानी संवेदनशीलता स्क्रीन लॉन्च करेगा. 2017 में ब्रिटेन की एक 14 साल की किशोरी मौली रसेल ने आत्महत्या कर ली थी. उसके माता-पिता का मानना था कि अपनी जिंदगी खत्म करने से पहले उनकी बेटी ने आत्महत्या और खुद को नुकसान पहुंचाने वाली तस्वीरें देखी थीं.

सोशल मीडिया पर हमारे हजारों दोस्त होते हैं. इनमें से कितने लोगों को हम वाकई में जानते हैं. कितने लोग हैं जिन्हें हमारे दुखों से फर्क पड़ता है. जिनसे हम अपनी परेशानी साझा कर सकते हैं. सब कुछ जानते हुए भी हम में से अधिकांश लोग रियल जिंदगी में दोस्त बनाने की बजाय सोशल मीडिया पर फ्रेंडलिस्ट बनाने में लगे हुए हैं.

 

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