कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चन्द्र बनर्जी का जीवन परिचय

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष एवं एक प्रसिद्ध भारतीय बैरिस्टर व्योमेश चन्द्र बनर्जी थे। वह कोलकाता उच्च न्यायालय के प्रमुख वक़ील थे। ये भारत में अंग्रेज़ी शासन से प्रभावित थे और उसे देश के लिये अच्छा मानते थे।

इंदिरा गांधी की राह पर हैं प्रियंका, क्या है वायरल तस्वीर का रिश्ता?

  • व्योमेश चन्द्र बनर्जी का जन्म एक उच्च मध्यम वर्ग के कुलीन ब्राह्मण परिवार में 29 दिसम्बर 1844 को कलकत्ता, पश्चिम बंगाल में हुआ था।
  • उनके पिता का नाम गिरीश चंद्र बैनर्जी था।
  • उन्होंने कलकत्ता में ओरिएंटल सेमिनरी और हिन्दू स्कूल से शिक्षा ग्रहण की। वर्ष 1864 में मुंबई में आर.जे. जीजीभाई से छात्रवृत्ति मिलने के बाद वह कानून की पढाई करने के लिए इंग्लैण्ड चले गए।
  • वर्ष 1859 में उनका विवाह हेमांगिनी मोतीलाल के साथ हुआ था।
  • व्योमेश बनर्जी अंग्रेज़ी चाल-ढाल के इतने कट्टर अनुयायी थे, कि इन्होंने स्वयं अपने पारिवारिक नाम ‘बनर्जी’ का अंग्रेज़ीकरण करके उसे ‘बोनर्जी’ कर दिया था।
  • सन् 1865 में दादाभाई नौरोजी ने लंदन भारतीय समाज की स्थापना की और व्योमेश चन्द्र बनर्जी को इसका महासचिव बनाया गया।
  • वर्ष 1885 में बम्बई में हुए अधिवेशन में उन्हें ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ का प्रथम अध्यक्ष चुना गया था। यह सत्र 28 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक चला था और 72 सदस्यों ने इसमें भाग लिया था।
  • ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स के लिये चुनाव लड़ने वाले वे प्रथम भारतीय थे (किन्तु वे जीत नहीं पाये)।
  • सन् 1901 में वे कलकत्ता बार से सेवानिवृत्त होने के बाद वह लंदन (इंग्लैंड) में जाकर बस गये।
  • व्योमेश चन्द्र बनर्जी की मृत्यु 21 जुलाई 1906 को इंग्लैंड में ही हुई थी।

BJP MLA की आपत्तिजनक टिप्पणी, मुस्लिम समाज पर साधा निशाना “वीडियो वायरल”

Leave a Reply