हंगामे के बीच बिल पर चर्चा
लोकसभा में स्पीकर ने तीन तलाक बिल को चर्चा के लिए पेश करने की मंजूरी दी, जिसके बाद कानून मंत्री ने सदन में बिल पेश कर दिया है. विपक्षी दलों के सांसद लोकसभा में नारेबाजी कर रहे हैं साथ ही आरएसपी सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने बिल के कई प्रावधानों पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि बिल पहले ही सदन से पारित हो चुका है इसमें मामलू बदलाव कर फिर से पेश नहीं किया जा सकता|
शीतकालीन सत्र के 10वें दिन आज लोकसभा में एक बार में तीन तलाक पर पाबंदी लगाने वाले मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2018 पर चर्चा होगी. बीजेपी और कांग्रेस ने चर्चा के मद्देनजर अपने-अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है. लेकिन फिलहाल लोकसभा में राफेल पर गतिरोध जारी है और कांग्रेस ने डील के जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग को सदन के भीतर एक बार फिर से दोहराया है|

आज संसद के शीतकालीन सत्र का 10वां दिन है|लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा होगी|बीजेपी और कांग्रेस ने अपने-अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है|
कांग्रेस पहले ही चर्चा के लिए सहमति जता चुकी है|कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने कहा कि तीन तलाक कानून के नाम पर आप मुस्लिम महिलाओं को कानूनी केस के अलावा कुछ भी नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि शाहबानो और सायरा बानो के केस से हमें कुछ सीख लेने की जरूरत है. देव ने कहा कि इतिहास में अगर किसी कानून ने मुस्लिम महिलाओं के अधिकार दिया है तो वह राजीव गांधी सरकार की ओर से लाए गए 1986 के कानून से मिला है|