भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नागरिकता संशोधन कानून 2019 पर जारी भ्रम को दूर करने में जुटी हुई है. पार्टी ने मुस्लिम समुदाय से अपील वाला एक वीडियो जारी किया है. बीजेपी के ट्विटर हैंडल से जारी किए गए वीडियो में कहा गया कि सभी मुसलमान भाई-बहनों से अपील है कि पहले खुद नागरिकता संशोधन अधिनियम को समझें और फिर दूसरों को भी समझाएं. नहीं तो झूठ और भ्रम फैलाने वाले राजनीतिक दल अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए हमें आपस में यूं ही लड़ाते रहेंगे. अफवाहों से बचें और सच जानें…
क्या गया ट्वीट में
ट्वीट में कहा गया कि यदि हम नहीं समझे तो झूठ और भ्रम फैलाने वाले राजनीतिक दल अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए हमें आपस में यूं ही लड़ाते रहेंगे. अफवाहों से बचें और सच जानें.
वीडियो में दो शख्स हैं. एक शख्स दूसरे व्यक्ति से पूछता है कहां चले आरिफ भाई. आरिफ जवाब देता है कि केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन में. केंद्र सरकार हम मुसलमानों के खिलाफ एक कानून लाई है, जिससे हम सभी मुसलमानों को भारत छोड़कर बाहर जाना पड़ेगा.
इस पर दूसरे शख्स ने जवाब दिया कि आप पढ़े लिखे मुसलमान होकर औरों के बहकावे में आ गए. पता है CAA है क्या. इसपर आरिफ जवाब देता है कि हां…हां.. नागरिकता संशोधन अधिनियम. इसके तहत सभी धर्म के भाई भारत में रह सकते हैं सिर्फ मुसलमानों को छोड़कर. इसपर दूसरा शख्स कहता है कि ये भ्रम कौन फैला रहा है.
इस कानून के तहत किसी की नागरिकता छिनी नहीं जाएगी बल्कि यह तो नागरिकता देने का कानून है. इसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धर्म के आधार पर उत्पीड़न का शिकार होने वाले हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध और जैन समुदाय के शरणार्थियों को नागरिकता देने का नियम है.
वीडियो में एनआरसी को लेकर भी भ्रम दूर करने की कोशिश की गई. वीडियो में एक शख्स कहता है कि इस पर अभी कुछ भी घोषणा नहीं की गई है. सरकार के खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही है. आखिर आप किसके कहने पर धरना प्रदर्शन पर जा रहे थे तो आरिफ कहता है कि मैं कांग्रेस, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, आरजेडी और अन्य दलों के कहने पर जा रहा था.