मोदी सरकार 2.0 का बजट: 10 प्वाइंट्स में खींची देश के विकास की तस्वीर, बताए रास्ते

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पेश किया. उन्होंने अपने बजट में आने वाले दशक का लक्ष्य देश के सामने रखा. मंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी. इस दौरान उन्होंने प्रदूषण मुक्त भारत, चिकित्सा उपकरणों पर जोर, जल प्रबंधन, अंतरिक्ष कार्यक्रम, चंद्रयान, गगनयान जैसे विकास के 10 प्वाइंट्स गिनाए.

अपने भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. हमारी सरकार ने कई नई योजनाओं को अमलीजामा पहनाया है. पिछले पांच साल में हमने देश की अर्थव्यवस्था का कायाकल्प करने का काम किया. हमारा लक्ष्य लोगों के घरों में शौचालय पहुंचाना, घरों में बिजली पहुंचाना था.

1.वित्त मंत्री ने बताया कि हमारा लक्ष्य रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का है. हमारी सरकार का अगला बड़ा लक्ष्य जल रास्ते को बढ़ावा देना है. साथ ही वन नेशन, वन ग्रिड के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं, जिसका ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है.

2. हमारा लक्ष्य रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का है. हमारी सरकार का अगला बड़ा लक्ष्य जल रास्ते को बढ़ावा देना है. साथ ही वन नेशन, वन ग्रिड के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं, जिसका ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है. सरकार रेलवे में निजी भागीदारी को बढ़ाने पर जोर दे रही है. रेलवे के विकास के लिए PPP मॉडल को लागू किया जाएगा. रेल ढांचे में विकास के लिए 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत है.

3. सरकार की तरफ से नेशनल ट्रांसपोर्ट कार्ड का ऐलान किया गया है. इसका इस्तेमाल रेलवे और बसों में किया जाएगा. इसे रूपे कार्ड की मदद से चलाया जा सकेगा, जिसमें बस का टिकट, पार्किंग का खर्चा, रेल का टिकट सभी एक साथ किया जा सकेगा. इसके साथ ही सरकार ने MRO का फॉर्मूला अपनाने की बात कही है. जिसमें मैन्यूफैक्चरिंग, रिपेयर और ऑपरेट का फॉर्मूला लागू किया जाएगा.

4. वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि छोटे दुकानदारों को पेंशन दी जाएगी. इसके अलावा मात्र 59 मिनट में सभी दुकानदारों को लोन देने की भी योजना है. इसका लाभ 3 करोड़ से अधिक छोटे दुकानदारों को मिल सकेगा. सरकार हर किसी को घर देने की योजना पर भी काम कर रही है.

5. वित्त मंत्री ने कहा कि वाराणसी से हल्दिया जलमार्ग 2020 तक पूरा हो जाएगा. नेशनल हाइवे ग्रिड सरकार की पहली प्राथमिकता में है. हम एक देश एक ग्रिड के जरिए सभी राज्यों को सस्ती बिजली पहुंचाएंगे. इससे हर राज्य को सही दाम पर हर वक्त बिजली मिल सकेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हम लालफीताशाही को और कम करेंगे. कारोबारी माहौल को और बेहतर करेंगे.

6.वित्त मंत्री ने कहा कि हम मेक इन इंडिया के जरिये स्वदेशी की तरफ बढ़ रहे हैं. सरकार देश को आधुनिक भी बना रही है. इसमें 657 किलोमीटर मेट्रो को चालू किया गया है, जबकि 300 किलोमीटर के नए मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है. हमारा अगला मकसद देश के अंदर ही जल मार्ग शुरू करने की है. हमारा लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को बढ़ाना देना है. आज लाइसेंस और कोटा राज के दिन लद गए हैं.

7. निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम आवास योजना के तहत देश के हर परिवार को घर मुहैया कराने का लक्ष्य है. एविएशन सेक्टर, मीडिया, एनिमेशन और इंश्योरेंस सेक्टर में एफडीआई को लेकर विचार किया जाएगा. तेजी से रेलवे में सुधार और यात्रियों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत काम होगा.

8. वित्त मंत्री के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली सरकार परफॉर्मिंग गवर्नमेंट रही है. 2014 से 2019 के दौरान हमने केंद्र और राज्य के संबंधों को नई ऊंचाइंया दीं. गरीब महिलाओं की रसोई में सिलिंडर पहुंचाए गए और किसानों की चिंता गई. अंतरिक्ष कार्यक्रम, ब्लू इकॉनमी, जल प्रबंधन, स्वस्थ समाज और नागरिकों को सुरक्षा जैसे मसले भी हमारे फोकस में होंगे.

9. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि महात्मा गांधी का विचार था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, हमारी सरकार अपनी हर योजना में अंतोदय को बढ़ावा देने जा रही है. हमारी सरकार का केंद्र बिंदु गांव, किसान और गरीब है. हमारा लक्ष्य है कि 2022 तक हर गांव में बिजली पहुंचेगी. उज्ज्वला योजना और सौभाग्य योजना के जरिए देश में काफी बदलाव आया है.

10. वित्त मंत्री ने बताया कि स्फूर्ति के जरिए देश में 100 नए क्लस्टर बनाए जाएंगे. 20 प्रौद्योगिकी बिजनेस इंक्यूबेटर स्थापित किए जाएंगे, जिसके जरिए 20 हजार लोगों को स्किल मुहैया कराया जाएगा. वित्त मंत्री ने ऐलान किया कि कृषि अवसंरचना में अब निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा. 10 हजार नए किसान उत्पादक संघ बनेंगे, दालों के मामले में देश आत्मनिर्भर बना है. हमारा लक्ष्य आयात पर कम खर्च करना है. साथ ही डेयरी के कामों को भी बढ़ावा दिया जाएगा. अन्नदाता अब ऊर्जादाता भी हो सकता है. किसान को उसकी फसल का सही दाम देना हमारा लक्ष्य है.

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