समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान के बाद उनके आवास पर हुई तोड़फोड़ को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिक्रिया दी.
मल्लिकार्जुन खड़ने ने संसद में कहा, “हम देशभक्तों का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर कोई कानून अपने हाथ में लेकर, किसी के घर तोड़फोड़ करता है और उसकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो मैं इसकी निंदा करता हूं. इन लोगों ने एक मुद्दा उठाकर किसी की जान लेने की कोशिश की, उसकी गाड़ी और घर को तोड़ा.”
“दलितों के खिलाफ़ हो रहे इस अपमान को हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.”

राज्यसभा में रामजी लाल सुमन ने कहा था, “ये तो बीजेपी के लोगों का तकिया कलाम हो गया है कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है, लेकिन हिंदुस्तान का मुसलमान तो बाबर को अपना आदर्श मानता नहीं है, वे तो मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानते हैं, सूफी-संतों की परंपरा को अपना आदर्श मानते हैं.”
रामजी लाल सुमन ने सवाल उठाया कि बाबर को भारत में कौन ले आया था? उन्होंने कहा, “इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया था, तो मुसलमान तो बाबर की औलाद हैं और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो. ये हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए.”
उन्होंने आगे कहा, “हम लोग बाबर की तो आलोचना करते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते हैं.”
मामले पर करणी सेना के कार्यकर्ता रामजी लाल सुमन के आगरा में स्थित आवास के बाहर इकट्ठा हुए और तोड़फोड़ करते हुए उनके घर में घुसने की कोशिश की.
विवाद बढ़ने पर रामजी लाल सुमन ने कहा, “मेरा मक़सद किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था.”
इसके बाद करणी सेना के नेता महिपाल मकराना ने कहा, “अभी तो यह एक ट्रेलर है. ऐसे व्यक्तियों को मुंह तोड़ जवाब हमें बहुत पहले देना चाहिए था. जिसमें हम बहुत लेट हो गए. अगर रामजी लाल सुमन की सदस्यता भंग नहीं की गई, तो एक बहुत बड़ा विरोध प्रदर्शन पूरे देश में देखने को मिलेगा.”