दिल्ली में इस समय विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है. ऐसे में राजनीतिक दल एक-दूसरे पर वार-पलटवार का एक भी मौका नहीं गंवा रहे. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी द्वारा के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बात पर कहा कि कौन है प्रशांत किशोर? मैं नहीं जानता.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री और दिल्ली चुनावों के लिए भारतीय जनात पार्टी (बीजेपी) के सह-प्रभारी हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से किशोर को नहीं जानते.
#WATCH HS Puri, MoS Housing&Urban Affairs on 'Prashant Kishor being roped in by Aam Aadmi Party, is it giving sleepless nights to BJP?': Who is Prashant Kishor?I don't know him.There's a chap who used to work in UN,then he joined one party,then another party,then another party pic.twitter.com/3Ftm2ZIzMB
— ANI (@ANI) December 27, 2019
मैं उस समय वहां नहीं थाः हरदीप
जब पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को यह जानकारी दी कि प्रशांत किशोर 2014 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान का हिस्सा थे, तो उन्होंने कहा, ‘मैं उस समय वहां नहीं था.’
हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘मुझे पता होना चाहिए, लेकिन मैं उन्हें (किशोर) नहीं जानता.’ पत्रकारों ने पुरी को बताया कि प्रशांत किशोर बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का भी हिस्सा थे और अभी जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं.
दिल्ली में AAP के साथ प्रशांत
14 दिसंबर को अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि I-PAC उनकी पार्टी के साथ चुनाव में सहयोग करने साथ आया है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि I-PAC के हमारे साथ जुड़ने पर खुशी है. हमारे साथ आपका स्वागत है.
I-PAC प्रशांत किशोर की एजेंसी है. यह एजेंसी औपचारिक रूप से राजनीतिक दलों का चुनाव प्रचार करती है. अगले कुछ दिनों में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं और प्रशांत किशोर सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर और अरविंद केजरीवाल के बीच इस सिलसिले में लंबे समय से बातचीत चल रही थी. प्रशांत किशोर ने 2014 में नरेंद्र मोदी के लिए लोकसभा में चुनाव प्रचार किया था.
70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा का चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने वाला है. आम आदमी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनावों में 70 में से 67 सीटें जीती थीं. जबकि बीजेपी को 3 सीट मिली थी.
2014 में ‘चाय पे चर्चा’
I-PAC ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 2014 के अभियान में ‘चाय पे चर्चा’ जैसे नए कार्यक्रमों की शुरुआत की थी. 2014 के बाद से I-PAC ने कई सफल अभियानों पर काम किया, जिसमें 2015 में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्य में सत्ता में वापसी में अहम भूमिका निभाई थी.
इस साल प्रशांत किशोर की टीम ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को विधानसभा जीतने में भी मदद की थी.