उद्धव ने होटल में किया था 162 का वादा 5 दिन में जुटाए 7 और विधायक

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलने के बाद उद्धव ठाकरे की आज पहली परीक्षा थी. उद्धव सरकार ने विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर दिया. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के बाद महाराष्ट्र विकास अघाड़ी का वह दावा भी बरकरार रहा जिसमें कहा गया था ‘आम्ही 162’. आपको बता दें कि फ्लोर टेस्ट में उद्धव सरकार ने 162 वोट का अपना वादा पार करते हुए 169 वोट हासिल किए.

शुरू से ही शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा है कि 162 से अधिक विधायक उनके साथ हैं. विधानसभा में आज इस दावे और 162 के नंबर पर सबकी नजर रही. यहां आपको यह भी बता दें कि फ्लोर टेस्ट से काफी पहले आज सुबह कांग्रेस विधायक विजय वाडेत्तिवार ने एक बार फिर दावा किया था कि विश्वास प्रस्ताव में हमें 168 से ज्यादा वोट मिलेंगे और ठीक ऐसा ही हुआ.

होटल हयात में 162 विधायकों की परेड के साथ किया था दावा

महाराष्ट्र में राजनीतिक उथलपुथल के बीच कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना ने सोमवार को अपनी ताकत दिखाई थी. सोमवार (25 नवंबर) को मुंबई के होटल में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के विधायकों का जमावड़ा लगा. शरद पवार, उद्धव ठाकरे, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई दिग्गज यहां मौजूद रहे. तीनों पार्टियों ने मुंबई के होटल हयात में 162 विधायकों की परेड करने का दावा किया था. हॉल में ‘आम्ही 162’ और ‘We Are 162’ लिखे पोस्टर भी लगाए गए थे.

होटल में मौजूद थे 158 विधायक?

उसी दिन सोशल मीडिया पर इस दावे पर जब बहस शुरू हुई तो शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में ट्वीट किया था और दावा किया था कि वहां पर सिर्फ 158 विधायक ही मौजूद थे. प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया था, ‘जो वहां पर गिनती में इच्छुक हैं उनके लिए ये आंकड़े हैं… हयात होटल में कुल 158 विधायक मौजूद थे.’ अपने ही ट्वीट में प्रियंका ने 4 अनुपस्थित विधायकों की डिटेल भी दी थी और लिखा था कि वे लोग भी संपर्क में हैं.

भाजपा ने पूछा था- 145 विधायक भी थे या नहीं?

कांग्रेस-शिवसेना के इन दावों पर भारतीय जनता पार्टी ने निशाना साधा था. बीजेपी के आशीष शेल्लार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए पूछा था कि वो 162 विधायकों का दावा करते हैं लेकिन वहां क्या 145 विधायक भी मौजूद थे या नहीं?

बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस ने फंसाया पेच

बहुमत परीक्षण के पहले कांग्रेस ने पेच फंसा दिया है. कांग्रेस ने ऐन मौके पर डिप्टी सीएम की मांग कर दी है. कांग्रेस चाहती है कि राज्य में एनसीपी के अलावा उनकी पार्टी का भी डिप्टी सीएम हो.

मंत्रालय का बंटवारा तय

सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के बीच मंत्रालयों को लेकर बंटवारा लगभग तय हो चुका है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यूडी, आबकारी विभाग मिल सकता है. एनसीपी के खाते में गृह, वित्त, पर्यावरण और वन विभाग आ सकता है. शिवसेना को शहरी विकास, आवास, सिंचाई विभाग मिलने की उम्मीद है.



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