सुपर साइक्लोन ‘अम्फान’ से निपटने को NDRF ने कसी कमर, बताई रणनीति

बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अब सुपर साइक्लोन (Super Cyclone) में बदल चुका है. जो अब तेज रफ्तार के साथ पश्चिम बंगाल और ओडिशा की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि उफान पर पहुंचकर सुपर साइक्लोन तबाही मचा सकता है. वहीं चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए NDRF ने भी कमर कस ली है. एनडीआरएफ के प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि हालात से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एनडीआरएफ की 41 टीमें तैनात हैं.

एसएन प्रधान ने मंगलवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चक्रवात को लेकर निगरानी रखी जा रही है. ओडिशा में राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमों को तैनात किया गया है जबकि पश्चिम बंगाल में 19 टीमों की तैनाती की गई है, वहीं 2 टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है. इसके अलावा एनडीआरएफ ने 6 बटालियन को रिजर्व रखा है. हर बटालियन में 4-4 टीमें है यानी कुल मिलाकर 24 टीमें स्टैंड बाई पर हैं. प्रधान ने कहा कि हम ऐसी स्थिति में हैं, जिसमें हमें कोरोना वायरस और महाचक्रवात की दोहरी चुनौतियों को सामना करना पड़ रहा है.

एसएन प्रधान ने बताया कि पश्चिम बंगाल के 6 जिलों में बचाव और निकासी के लिए सभी प्रयास जारी हैं. ओडिशा के बालासोर, भद्रक और केंद्रपाड़ा में एनडीआरएफ सात टीम में तैनात हैं. शॉर्ट नोटिस पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में हवाई अड्डों को तैयार रखा गया है. पीड़ितों के लिए शेल्टर होम में सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों के साथ तैयार रखा गया है.

एनडीआरएफ प्रमुख ने बताया कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल की तरफ से जो भी मांग की जा रही है, हम उसे पूरा कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की टीमों को पहले से तैनात कर दी गई हैं. इसके अलावा चार टीमों को तैयार यानी स्टैंड बाई पर रखा गया है. जबकि ओडिशा में 13 टीमें तैनात की गई हैं और 17 स्टैंड बाई पर रखा गया है. साथ ही आर्मी, एयर फोर्स, नेवी और कोस्ट गार्ड की टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है

बंगाल और ओडिशा के लिए अहम

मौसम विभाग के मुताबिक यह चक्रवात अम्फान उत्तर और उत्तर पश्चिम दिशा में 17 किमी प्रतिघंटे के स्पीड से बढ़ रहा है. इसकी गति अभी और बढ़ेगी. ये चक्रवात 20 मई की शाम तक पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हादिया में टकराएगा. यह चक्रवाती तूफान मंगलवार शाम तक बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है.

ये पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के बीच दिग और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के पास सुंदरवन के हिस्सों को पार करता हुआ आगे बढ़ सकता है. इस प्रकार यह अपने भीषण रूप में परिवर्तित होगा. इससे तटिए राज्यों को नुकसान का खतरा है. इन राज्यों के लिए अगले कुछ घंटे काफी अहम हैं.

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