2019 लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत | Uday Pratap Singh

जीवन परिचय

नरसिंहपुर जिले के छोटे से गांव लोलरी के निवासी युवा कांग्रेस नेता राव उदयप्रताप सिंह होशंगाबाद-नरसिंहपुर क्षेत्र के सांसद चुने गए हैं । कांग्रेस की राजनीतिक उठा पठक के चलते, प्रत्याशी घोषित करने की अंतिम क्षण में उदयप्रताप को प्रत्याशी बनाया गया और वे होशंगाबाद-नरसिंहपुर क्षेत्र को भाजपा का गढ होने का मिथक तोडते हुए सांसद चुने गए। छात्र जीवन ने राजनीति की शुरूआत करने वाले उदयप्रताप सिंह अब तक कोई चुनाव नहीं हारे हैं।

राव उदयप्रताप सिंह के लिए जीत शायद ईश्वरीय वरदान है, यही कारण है कि अब तक किसी चुनाव में उनकी पराजय नहीं हुई। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान उदयप्रताप सिंह ने इटारसी में आयोजित एक आमसभा में खुली घोषणा की थी कि यदि वे यह चुनाव नहीं जीते तो भविष्य में कोई चुनाव नहीं लडेगे।

पहला चुनाव बरमान कॉलेज में जीता

राव उदयप्रताप सिंह ने अपना पहला चुनाव 1985 में सागर यूनिवर्सिटी से संबद्ध बरमान कॉलेज के अध्यक्ष के रूप मे जीता था। छात्र राजनीति में सक्रिय रहने के बाद उदय प्रताप ग्रामीण स्तर पर भी राजनीति में सक्रिय रहे। इसके बाद उन्होंने 1994 में नरसिंहपुर जिले के चांवर पाठा जनपद के अध्यक्ष के रूप में विजयश्री हासिल की|

तेंदूखेडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने

इसके बाद 2008 में संपन्न विधानसभा चुनाव में नवगठित तेंदूखेडा विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने भाजपा के बाहुबली नेता संजय शर्मा को शिकस्त देकर विधायक का ताज हासिल किया। उदयप्रताप सिंह विधायक के रूप में क्षेत्र की जनता की सेवा में जुटे ही थे कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें अचानक लोकसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी बना दिया।

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सांसद निर्वाचित

उदयप्रताप सिंह 2009 में सांसद निर्वाचित हुए। कांग्रेस प्रत्याशी राव उदय प्रताप सिंह ने भाजपा के रामपाल सिंह को 19 हजार 245 वोट से हराया। कांग्रेस की यह जीत इतिहास मानी जा रही है। 1984 में इंदिरा लहर के दौरान कांग्रेस के रामेश्वर नीखरा ने भाजपा के नगीन कोचर को 70, 579 मतो से हराया था।

लोकसभा चुनाव में विजयी रहे कांग्रेस प्रत्याशी उदयप्रताप सिंह ने कहा है कि किसानों की समस्याओं का निराकरण मेरी प्राथमिकता रहेगी। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद उदय प्रताप सिंह ने कहा कि क्षेत्र के बेरोजगारों के लिए उद्योगों की स्थापना कराना भी उनका प्रमुख उद्देश्य रहेगा। लोकसभा चुनाव में विजयी हुए किसान पुत्र कांग्रेस प्रत्याशी राव उदयप्रताप सिंह किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से कराएंगे।

अपनी कामयाबी की मिशाल कायम करते हुए और जनता को सहायता प्रदान करने के लिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी बदल दी और विधानसभा चुनाव से पहले 2013 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने मई 2014 में होशंगाबाद की 16 वीं लोकसभा सीट पर अच्छे बहुमत के साथ कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी देवेंद्र पटेल को 38992 मतों से हराया।उदयप्रताप सिंह 2014 में पुनः होशंगाबाद से भाजपा सांसद के रूप में निर्वाचित हुए। राव उदय प्रताप सिंह (भाजपा) ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र पटेल को 3 लाख 89 हजार 960 वोट से हराया।

सबसे बड़ी जीत

जनता के समक्ष रहकर, निःस्वार्थ भाव से अपनी अवाम के हित में  काम करने वाले, उनके चहेते उदय प्रताप सिंह को जनता ने एक बार फिर अपना भरोसा जताते हुए लोकसभा चुनाव 2019 में राव उदय प्रताप सिंह को भारी मतों से विजय बनाया है , ताकि राव उदय प्रताप सिंह आगे भी जनता के लिए एवं शहर के विकास के लिए निरंतर काम करते रहें | 2019 लोकसभा चुनाव में राव उदय प्रताप सिंह ने आपने प्रतिद्वंदी को 5.53 लाख वोटों से शिकस्त दी, जो की इतना अंतर बहुत बड़ा है, उदय प्रताप वचन देते है की जिस भरोसे से जनता ने उन्हें इतनी बड़ी जीत दिलाई है उसी भरोसे के साथ राव उदय प्रताप सिंह हमेशा जनता के बीच रहकर इनके लिए काम अग्रसर रहेंगे  |

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