कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का केंद्र की नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधना जारी है. मशहूर हिंदी कवि दुष्यंत कुमार की पुण्यतिथि के मौके पर प्रियंका गांधी ने उनकी कविता का कुछ हिस्सा ट्वीट किया, लेकिन जिन पंक्तियों का इस्तेमाल किया उससे साफ है कि उनके निशाने पर भारतीय जनता पार्टी ही रही.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी, शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए. सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए’. इसी के साथ उन्होंने लिखा कि हिंदी जुबान के महान कवि दुष्यंत कुमार को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए.
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 30, 2019
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए
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हिंदी ज़ुबान के महान कवि दुष्यंत कुमार को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए
योगी सरकार पर हमलावर प्रियंका
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों में प्रियंका गांधी के द्वारा यूपी सरकार पर हमला करना लगातार जारी है. नागरिकता संशोधन एक्ट के मसले पर प्रियंका हमलावर हैं और उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के पीड़ितों से लगातार मुलाकात कर रही हैं. इसी के जरिए वह बीजेपी पर निशाना साध रही हैं.
प्रियंका गांधी पहले बिजनौर, फिर मेरठ और बाद में लखनऊ गईं, यहां उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. हालांकि, उन्हें मेरठ में घुसने नहीं दिया गया लेकिन उन्होंने फोन पर परिजनों से बात की और सांत्वना दी.
लखनऊ में हुआ था बवाल
हाल ही में जब प्रियंका गांधी यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचीं तो बवाल हो गया. यहां उन्होंने हिंसा पीड़ित के घर मुलाकात करने जाना था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें परमिशन नहीं दी. जिसके बाद प्रियंका की पुलिस के साथ बहस हुई, वह गाड़ी छोड़ स्कूटी पर सवार होकर परिवार से मिलने गईं.
इस दौरान प्रियंका ने आरोप लगाया कि महिला पुलिसकर्मी ने उनका गला पकड़ा और धक्का दिया. इसके अलावा प्रियंका गांधी कुछ देर तक पैदल भी चलीं और परिजनों से मिलने पहुंचीं.