कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का धरना खत्म हो गया है. वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं थीं. प्रियंका गांधी जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर हुई पुलिस की कार्रवाई को लेकर धरने पर बैठीं थीं. धरने से हटने के बाद उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं है और छात्र इस लोकतंत्र के मूल हैं.
प्रियंका गांधी के साथ-साथ उनके समर्थक भी धरने पर बैठे थे. कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि देश गुंडों की जागीर नहीं है. इस पहले प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं को पुलिस ने इंडिया गेट से हटने को कहा. उन्हें सुरक्षा कारणों से हटने को कहा गया.
Priyanka Gandhi Vadra: Govt has given a blow to the Constitution. It's an attack on the soul of the nation, youth is the soul of the nation. It's their right to protest. I'm a mother too. You entered into their library, dragged them out and thrashed them up. This is tyranny. pic.twitter.com/tcOBAGpCea
— ANI (@ANI) December 16, 2019
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2 घंटे का ये प्रदर्शन 4 बजे शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है. प्रियंका गांधीके साथ केसी वेणुगोपाल, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल और पार्टी के अन्य नेता भी धरने पर बैठे हैं.
इस बीच खबर है कि तीन मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. डीएमआरसी के मुताबिक , पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन मेट्रो के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया गया है. साथ ही पटेल चौक और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी.
कई छात्राएं हुईं घायल
दरअसल, रविवार को जामिया में प्रदर्शन के दौरान कई छात्राएं घायल हो गईं. छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनपर हमला किया, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े गए.
पुलिस ने रविवार को छात्रों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया था. संशोधित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए जिसमें बसों को आग लगा दी गई.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि, रविवार को दक्षिण दिल्ली में भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों व मीडिया को निशाना बनाया था. भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाकों को कब्जे में ले लिया. प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने व पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया.
नाराज भीड़ ने बसों को आग लगा दिया या क्षतिग्रस्त किया और इसके अलावा कारों व एक बाइक को निशाना बनाया. पथराव में दो दमकल अधिकारी घायल हो गए. नए नागरिकता अधिनियम को लेकर दक्षिण दिल्ली में करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला.