पाकिस्तान में कैद भारतीय पायलट की रिहाई के लिए पाकिस्तान की सड़कों पर लोग उतर आए और उनकी सकुशल रिहाई की मांग की. गुरुवार को लाहौर प्रेस क्लब के बाहर विंग कमांडर के समर्थन में उतरे सैकड़ों लोगों का रेला देखा गया. सब एक सुर में यही मांग कर रहे थे कि भारतीय पायलट को बाइज्जत पाकिस्तान रिहा करे.
लाहौर में एक तरफ लोगों ने पायलट की रिहाई की मांग उठाई तो दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद की संयुक्त बैठक में ‘शांति का संकेत’ देते हुए घोषणा की कि पकड़े गए भारतीय वायुसेना के पायलट को शुक्रवार को रिहा कर दिया जाएगा.
पाकिस्तानी क्षेत्र में हवाई लड़ाई के दौरान बुधवार को मिग के गिरने के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर को पाकिस्तान ने बंदी बना लिया. यह खबर फैलते ही भारत ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पायलट की सकुशल रिहाई के लिए पाकिस्तान उच्चायुक्त को दिल्ली में तलब किया और पूर्व में हुए पुलवामा हमले का डॉजियर सौंपा.
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, पायलट ने पैराशूट से उतरने के बाद कथित रूप से कुछ नारे लगाए और पूछा कि भारत में यह कौन सी जगह है, जिसकी पहचान बाद में विंग कमांडर के रूप में हुई. वहां मौजूद युवाओं ने ‘बड़ी चतुराई के साथ उसके नारों को दोहराया’ और उसकी भ्रम की स्थिति बरकरार रखी.
डॉन के अनुसार, लंबे समय तक पीछा करने के बाद भारतीय पायलट ने आत्मसमर्पण कर दिया. अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय पायलट ने यह कहते हुए खुद को उनके हवाले कर दिया कि उनकी हत्या न की जाए. लड़कों ने उन्हें पकड़ लिया और कुछ ने उनके साथ हाथापाई की, जबकि कुछ अन्य हमलावरों को रोक रहे थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को देखते हुए बुधवार को कुछ ट्वीट में पाकिस्तान की हिरासत में कैद भारतीय वायुसेना के पायलट को वापस लाने की अपील की गई. ट्रेंड करने वाले टॉप पांच हैशटैग में से एक ‘से नो टू वॉर’ भी रहा.