नीरज शेखर बोले- ‘मुझे भी मिली थी SPG सुरक्षा, लगता था जैसे मैं ही पीएम हूं’

राज्यसभा में मंगलवार को एसपीजी संशोधन बिल पेश किया गया. बिल पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद नीरज शेखर ने एसीपीजी को लेकर अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि जब मैं 22 साल का था तो एसीपीजी मिली थी. हमें 11 साल सुरक्षा मिली थी. मेरे आगे-पीछे 4 गाड़ियां रहती थीं. लोग मुझसे ऑटोग्राफ लेते थे. मुझे लगता था कि मैं ही प्रधानमंत्री हूं. 21-22 साल की उम्र में मैं कुछ नहीं था.

नीरज शेखर ने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसा संगठन होना चाहिए जो सिर्फ पीएम को सुरक्षा दे. पूर्व पीएम के लिए एक अलग सुरक्षा संगठन हो. 1991 में जो संशोधन हुआ उससे मुझे सुरक्षा मिली. मुझे अच्छा लगता था. बता दें कि नीरज शेखर पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे हैं. नीरज शेखर ने कहा कि सबको सुरक्षा अच्छी लगती है. 2001 से मैंने नहीं रखी है सुरक्षा. जब से सांसद बना तब से सिर्फ एक जवान रहता है.

नीरज शेखर ने कहा कि आज का नौजवान वीआईपी कल्चर को पसंद नहीं करता है. अगर प्रियंका गांधी की सुरक्षा में सेंध हुई तो इसकी जांच हो और सुरक्षा बढ़े, लेकिन सिर्फ एसपीजी क्यों. नीरज शेखर ने कहा कि 1988 का जो एक्ट था वही होना चाहिए. सिर्फ पीएम को ये सुरक्षा होनी चाहिए.

क्या है SPG बिल में

यह विधेयक लोकसभा से पारित हो चुका है. इस बिल में सिर्फ प्रधानमंत्री को SPG सुरक्षा देने का प्रावधान है और उनके अलावा कोई भी विशिष्ट व्यक्ति इस सुरक्षा कवच का हकदार नहीं होगा. बिल में संशोधन के बाद कानूनी तौर पर गांधी परिवार को कोई भी सदस्य SPG सुरक्षा में नहीं रह पाएगा. प्रधानमंत्री पद से हटने के 5 साल बाद विशिष्ट व्यक्ति से भी यह सुरक्षा वापस ली जाएगी.




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