
इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा को रद्द किया जा सकता है. अमरनाथ श्राइन बोर्ड इस पर जल्द ही अपना फैसला सुना सकता है. वहीं, सूत्रों के मुताबिक, यात्रा इस बार नहीं होगी. हालांकि, श्राइन बोर्ड की ओर से इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है.
बता दें कि इससे पहले अमरनाथ यात्रा 23 जून और उसके बाद 21 जुलाई से शुरू होने की बात कही गई थी, लेकिन कोरोना वायरस के कारण अभी तक यह यात्रा शुरू नहीं हो सकी है. इससे पहले यात्रा पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी.
याचिका अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि अमरनाथ यात्रा में सालाना 10 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचते हैं. इतनी संख्या में लोगों के आने से कोरोना फैलने का खतरा बना रहेगा.
बता दें कि अमरनाथ यात्रा शुरू करने को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. खबरें ये भी थीं कि इस बार सिर्फ बालटाल रूट से अमरनाथ यात्रा कराने की योजना बनाई जा रही है. हेलीकॉप्टर से यात्रा पर भी विचार किया जा रहा है.
श्राइन बोर्ड करता है इंतजाम
बता दें कि अमरनाथ यात्रा का संचालन अमरनाथ श्राइन बोर्ड करता है. बोर्ड जून-जुलाई में होने वाली इस यात्रा को लेकर जनवरी से ही तैयारियों में जुट जाता है. हर साल यात्रा शुरू होने से पहले राज्यपाल बाबा बर्फानी की प्रथम पूजा करते हैं. छड़ी मुबारक के साथ इस यात्रा का आगाज होता है.
21 जुलाई से शुरू होने की थी बात
वहीं, अमरनाथ यात्रा के 21 जुलाई से शुरू होने की बात भी सामने आ रही थी. बताया गया कि सिर्फ 10,000 श्रद्धालुओं को यात्रा करने की इजाजत मिलेगी. इस बार सिर्फ बालटाल रुट से अमरनाथ यात्रा होगी. एक दिन में गुफा तक 500 श्रद्धालुओं को ही जाने की इजाजत मिलेगी. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पहले कोरोना की जांच करानी होगी.