कमलनाथ बोले- जब शिवराज से नाराज नहीं तो सिंधिया से कैसी नाराजगी

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तल्खी की खबरों के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है. भोपाल में पत्रकारों ने जब सीएम कमलनाथ से सिंधिया के बयान पर प्रतिक्रिया लेनी चाही तो इस पर उन्होंने कहा, ‘अगर वो कह रहे हैं तो जो मैंने कहा वो कह दिया’ आगे जब उनसे पूछा गया कि क्या वो सिंधिया से नाराज हैं क्या इस पर कमलनाथ ने कहा कि ‘मैं कभी किसी से नाराज नहीं होता. मैं तो शिवराज सिंह से भी नाराज नहीं होता तो सिंधिया से नाराज क्यों रहूंगा.’

बता दें कि पिछले हफ्ते टीकमगढ़ में एक सभा के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था, ‘अतिथि शिक्षकों से जो वचन कांग्रेस ने चुनाव के समय किया था वो हमारे लिए ग्रंथ है और उसे पूरा करेंगे. अतिथि शिक्षकों को मैं कहना चाहता हूं. आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं. मैंने आपकी आवाज उठाई थी और ये विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ है.’

साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों को सब्र रखने की सलाह देते हुए कहा, ‘अगर उस घोषणापत्र का एक-एक अंश पूरा न हुआ तो अपने को सड़क पर अकेले मत समझना. आपके साथ सड़क पर ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उतरेगा. सरकार अभी बनी है, एक साल हुआ है. थोड़ा सब्र हमारे शिक्षकों को रखना होगा. बारी हमारी आएगी, ये विश्वास, मैं आपको दिलाता हूं और अगर बारी न आये तो चिंता मत करो, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और आपका तलवार भी मैं बनूंगा.’

सिंधिया के बयान के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसका जवाब दिया था. दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ने गुस्से में दो टूक जवाब देते हुए कहा, ‘तो वो सड़को पर उतर जाएं.’ इसके बाद माना जा रहा था कि सिंधिया और कमलनाथ के बीच सब ठीक नहीं चल रहा है. वहीं कमलनाथ के बयान के बाद सिंधिया ने फिर इसी बात को दोहराया था कि सरकार वचनपत्र में दिए गए वचनों को पूरा नहीं करती है तो सड़क पर उतरना ही पड़ेगा.

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