हमारी प्रकृति ने केसर को चमत्कारिक और औषिधीय गुणों से भरपूर बनाया है. ज्योतिष में भी केसर को चमत्कारिक ही माना गया है. ज्योतिष के अनुसार केसर का सम्बन्ध बृहस्पति ग्रह है और इसका प्रयोग करने से अशुभ बृहस्पति शुभ परिणाम देने के साथ साथ पितृ दोष की शांति करता है.
केसर के प्रयोग से मान-सम्मान, लोकप्रियता, नौकरी और व्यापार में सफलता व दांपत्य जीवन को सुखद किया जा सकता है. तांबे के लोटे में जल और केसर की सात पत्तियां डालकर भगवान सूर्य नारायण को जल देने से पितृदोष की शांति होती है.
केसर के प्रयोग से बच्चों की गलत आदतें कैसे दूर होंगी
– शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार को चांदी या स्टील की प्लेट में थोड़ा सा शुद्ध केसर रखें
– ॐ बृहस्पतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें जाप के बाद थोड़ा सा गंगाजल केसर में मिलाएं
– इस केसर के तिलक को अपने घर मे दक्षिण दिशा में पितरों की फोटो या तस्वीर पर लगाएं
– इसी मंत्र का जाप करते हुए यह केसर अपने बच्चों के माथे और कंठ पर लगाएं
– ऐसा करने से बच्चों का मन पढ़ाई में लगेगा और वह गलत संगति से दूर रहेंगे
पितरों के आशीर्वाद और केसर के दिव्य प्रयोग से होगा धन का लाभ
– शुक्रवार के दिन सुबह के समय केसर में जल मिलाएं
– दो साबुत पान के पत्तों पर केसर से श्रीं मंत्र लिखें
तथा ॐ श्रीं श्रीये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें
– जाप के बाद एक पान के पत्ते पर सफेद मिष्ठान रखकर लक्ष्मी नारायण मंदिर में अर्पण करें
– दूसरे पान के पत्ते पर सफेद मिठाई के साथ काले तिल रखकर पीपल की जड़ में रखें
– ऐसा करने से धन का लाभ होगा और रुके हुए धन की प्राप्ति होगी
– और पितरों के आशीर्वाद से भविष्य में धन कहीं भी नही फंसेगा
केसर करेगा घर की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट
– किसी भी शुभ मुहूर्त जैसे पूर्णिमा या शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन सुबह के समय केसर में गंगा जल मिलाकर भगवान विष्णु के सामने रखें
– एक पीले आसन पर बैठकर नारायण कवच का तीन बार पाठ करें
– अब इसी केसर से घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर स्वस्तिक बनाएं
– नारायण नारायण मंत्र का मन ही मन लगातार जाप करते रहे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होगा तथा सुख समृद्धि बनी रहेगी
– पितरों के नाम से शाम के समय जरूरतमंद लोगों को मीठा भोजन कराएं