Day: October 22, 2020

स्वाभिमान इतना भी न बढ़ाएं की अभिमान बन जाये ,अभिमान इतना भी न बढ़ाएं की स्वाभिमान ही मर जाये !

सामान्यतः हम स्वाभिमान और अभिमान शब्द को एक जैसा ही समझते हैं , परन्तु इनमे बहुत अंतर है | जब मान का भाव केवल स्वयं के प्रति होता है ,तब ये अभिमान कहलाता है और जब यह भाव दुसरो के लिए होता है तभी यह भाव स्वाभिमान बन जाता है […]