असम के कोयला खदान में बीते 30 घंटे से फंसे मज़दूरों का अभी कोई सुराग नहीं मिला है. अब लोगों की नज़र विशाखापत्तनम से आए नौसेना के गोताखोरों पर टिकी हैं.
ये मज़दूर सोमवार सुबह क़रीब 8 बजे असम के दीमा हसाओ ज़िले के उमरांगशु इलाक़े में एक कोयला खदान से कोयला निकालने गए थे. इन मजदूरों को बचाने के लिए एनडीआरएफ के गोताखोर मंगलवार को अलग-अलग समय पर 5 बार खदान के अंदर गए लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी.
बचाव अभियान दल के एक अधिकारी ने कहा कि यह बहुत मुश्किल अभियान है क्योंकि खदान के अंदर 100 फीट ऊंचाई तक पानी भरा है.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि बचाव अभियान में सहायता के लिए नौसेना के गोताखोरों को बुलाया गया है.
मुख्यमंत्री सरमा ने एक नेपाली नागरिक समेत नौ लोगों के खदान में फंसे होने की पुष्टि की है, हालांकि खदान से सुरक्षित बाहर आए मज़दूर के अनुसार सोमवार सुबह 40 मजदूर अंदर गए थे और 15 से अधिक लोग अभी भी फंसे हुए हैं.
पहाड़ी इलाक़े में मौजूद इस खदान से इस सीज़न में कोयला निकालने के काम का सोमवार को पहला दिन था.
घटनास्थल पर मौजूद असम के खान और खनिज मंत्री कौशिक राय ने कोयला खदान में फंसे मजदूरों के बारे में जानकारी दी है.
उन्होंने कहा कि खदान में 100 फ़ुट तक पानी है. अभी बचाव दल 50 फ़ुट पानी में पहुँच सका था, इसके लिए नेवी के एक्सपर्ट की ज़रूरत है. इसलिए विशाखापत्तनम से नौसेना की टीम भी अब यहाँ पहुँच चुकी है.
उन्होंने बताया कि इस मामले में एफ़आईआर दर्ज की गई है और एक व्यक्ति को गिरफ़्तार भी किया गया है.