राज्य सरकार ने जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर और उमरिया समेत 15 जिलों के कलेक्टरों के ट्रांसफर किए हैं, जिनमें 9 जिलों के कलेक्टर ऐसे थे जो ढाई साल से पदस्थ थे। जबकि जबलपुर कलेक्टर इलैया राजा टी. का कार्यकाल सिर्फ 8 महीने का रहा। वहीं छिंदवाड़ा कलेक्टर सौरव कुमार सुमन जबलपुर के नए कलेक्टर होंगे।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2011 बैच के अधिकारी सौरव कुमार सुमन ने 9 November की सुबह कलेक्टर जबलपुर का पदभार ग्रहण कर लिया है ।
सोमवार को प्रशासनिक स्तर पर किए गए इस फेरबदल में इलैया राजा टी. को प्रदेश के महत्वपूर्ण शहर की जिम्मेदारी मिली है, उन्हें इंदौर कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया गया है ।
15 जिलों के कलेक्टरों में जिन 9 जिलों के कलेक्टर पिछले 2.5 साल से जिलों में थे, इनमें उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, देवास कलेक्टर चंद्रमौलि शुक्ला, बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह सिंगरौली कलेक्टर राजीव रंजन मीना, आगर मालवा कलेक्टर अवधेश शर्मा, कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, और उज्जैन में अपर कलेक्टर अवि प्रसाद शामिल हैं। इन जिलों के कलेक्टरों को हटाए जाने की बड़ी वजह चुनाव आयोग के द्वारा 9 नवंबर से शुरू होने वाला मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम रहा जो 5 जनवरी तक चलेगा।
दो दिन और 15 जिलों के कलेक्टर न होने पर सरकार को इनके तबादले के लिए भारत निर्वाचन आयोग से परमिशन लेनी पड़ती। इस स्थिति में राज्य सरकार को सीनियर अफसरों के एक दिन पहले किए गए तबादलों के बाद कलेक्टरों के ट्रांसफर करना बड़ी वजह रही। अरुण परमार को पहली बार कलेक्टर बनाया गया है।