पाकिस्तान में 2 नाबालिग हिंदू लड़कियों के अपहरण की घटनाओं पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को दिल्ली में भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी को तलब किया और हालिया मामलों पर कड़ा विरोध जताया.
पाक के सिंध प्रांत में 2 हिंदू लड़कियों के अपहरण के बाद भारत की ओर से पड़ोसी देश को अल्पसंख्यकों की रक्षा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है. स्थानीय खबरों के मुताबिक, अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की 2 नाबालिग लड़कियों शांति मेघवाड़ और सरमी मेघवाड़ का 3 दिन पहले 14 जनवरी को सिंध प्रांत के एक गांव से अपहरण कर लिया गया था.
पाकिस्तान में लंबे समय से अल्पसंख्यक हिंदुओं और सिख समुदाय की लड़कियों के साथ अत्याचार की खबरें आती रही हैं. महीने की शुरुआत में पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ द्वारा हुई हिंसा की घटना हुई थी जिस पर भारत की ओर से चिंता जताई गई थी.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि ये घटना सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल पर हुई बर्बर और अभद्र घटना है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने भी ऐतिहासिक गुरुद्वारे में हुई तोड़फोड़ की घटना पर चिंता जाहिर की थी.
पिछले साल पाकिस्तान में सिंधी हिंदू लड़की नम्रता चंदानी की हत्या कर दी गई थी. नम्रता चंदानी पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना में एक मेडिकल कॉलेज में छात्रा थी.