राजस्थान के गांव में 300 सालों से किसी ने नहीं बनाया दो मंजिला मकान, कारण; भगवान के घर से ऊंचा नहीं हो सकता भक्त का घर

आस्था के चलते राजस्थान के एक गांव में सैकड़ों सालों से किसी भी व्यक्ति ने दो मंजिला घर नहीं बनाया है, जो घर पहले से बने हुए हैं, उन्होंने उसकी ऊंचाई भी नहीं बढ़ाई है। गांव के लोगों का मानना है कि भगवान सबसे बड़े हैं, इसलिए उनका घर ही सबसे ऊंचा होना चाहिए। मंदिर के पुजारी से लेकर गांव में रहने वाले हर व्यक्ति का मकान मंदिर के गुंबद से नीचा है।

राजस्थान के बीकानेर शहर से सटे सुजानदेसर गांव के रामदेव मंदिर के आसपास 300 सालों से ये परंपरा चली आ रही है। मंदिर के पुजारी परिवार में शामिल आसूराम कच्छावा ने बताया कि लोगों ने यह फैसला किया है कि जब तक मंदिर की ऊंचाई नहीं बढ़ेगी, तब तक लोग अपने घरों की ऊंचाई भी नहीं बढ़ाएंगे।

1773 में हुई थी मंदिर की स्थापना

मंदिर में हर साल बाबा रामदेव के जन्मोत्सव पर भादवा शुक्ल पक्ष दूज को मेला भरता है, जिसमें गंगाशहर, भीनासर, बीकानेर, करमीसर सहित करीब 25 किलोमीटर के इलाके से हजारों लोग पहुंचते हैं, हालांकि कोरोना महामारी के कारण इस साल मेला नहीं लगेगा। मंदिर की स्थापना 1773 संत हीरलालजी माली ने करवाई थी। इसके बाद से आज तक गांव में कोई दो मंजिला मकान नहीं बना है। मंदिर में पूजा करने का अधिकार कच्छावा जाति के लोगों को है। मंदिर में 35 फीट गहरी बावड़ी है, जो आज तक कभी खाली नहीं हुई।

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