टैक्स डिपार्टमेंट ने जीएसटी कलेक्शन के लक्ष्य में इजाफा कर दिया है. फरवरी के लिए जीएसटी कलेक्शन का लक्ष्य 1.15 लाख करोड़ रुपये और मार्च के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है. इस तरह टैक्स डिपार्टमेंट को अगले दो महीनों में 2.40 लाख करोड़ रुपये जुटाने होंगे. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक डिपार्टमेंट ने धोखाधड़ी कर इनपुट टैक्स क्रेडिट के दावों पर लगाम लगाकर यह लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है.
एजेंसी सूत्रों के मुताबिक राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है. बैठक में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय अप्रत्यक्ष और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य हासिल करने के लिए कार्य योजना तैयार करने और क्षेत्रों में काम को दुरुस्त करने को लेकर यह बैठक हुई.
एक्शन मोड में GST प्राधिकरण!
इन दो महीनों में कलेक्शन बढ़ाने के लिए जीएसटी प्राधिकरण आपूर्ति और खरीद बिलों के बीच अंतर को देखेगा. इसके अलावा जीएसटी-1, जीएसटीआर-2ए और जीएसटीआर-3बी में अंतर का पता लगाने के लिए आंकड़ों का विश्लेषण करेगा. साथ ही रिटर्न नहीं फाइल होने, बिल बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने जैसे मामलों पर भी गौर करेगा और फर्जी तरीके से बड़े इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों पर कार्रवाई जैसे कदम उठाएगा.
बता दें कि दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 3 हजार 184 करोड़ रुपये रहा. यह लगातार दूसरा महीना है जब जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का है. वहीं जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद अब तक 9 बार कलेक्शन सरकार के लक्ष्य 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा है. हालांकि, नवंबर 2019 की तुलना में मामूली कमी आई है. सरकार को नवंबर में जीएसटी से 1 लाख 3 हजार 492 करोड़ रुपये मिले थे.