किसान का नाम था अमिताभ बच्चन, खाते से लौट गया पीएम मोदी का भेजा पैसा

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में अमिताभ बच्चन ने किसान सम्मान राशि के लिए बैंक ऑफ इंडिया में अपना खाता खुलवाया. लेकिन उनके नाम की वजह से बड़ा संदेह हो गया. संदेह इतना बड़ा हो गया कि खाते में आई रकम भी वापस लौट गई. जब बैंक के अफसरों ने मामले की जांच कर सच का खुलासा किया तो वे खुद भी चौंक गए.

बिग बी को क्या जरूरत थी किसान सम्मान राशि की

आप हैरत में होंगे की अमिताभ बच्चन को क्या ज़रुरत थी कि यूपी के बाराबंकी में किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए बैंक में किसान बनकर खाता खुलवाएं? लेकिन जब अधिकारियों ने जांच की तो मामला अलग ही निकल कर सामने आया.

खाते में डाला गया था मोबाइल नंबर-आधार नंबर

बैंक के खाते में अमिताभ बच्चन का आधार नंबर, मोबाइल नंबर भी सही पड़ा हुआ है. लेकिन जांच में पता चला कि ये अमिताभ बॉलीवुड के बिग बी नहीं, बाराबंकी के किसान हैं. इन्होंने किसान सम्मान राश पाने के लिए बैंक ऑफ इंडिया में खाता खुलवाया था.

इस जगह पर खोला गया है खाता

बाराबंकी के राम स्वरुप यूनिवर्सिटी कैंपस में बैंक ऑफ इंडिया की तिन्दोला ब्रांच में अमिताभ बच्चन के नाम से खाता है. खाते में मोबाइल नंबर और आधार नंबर भी है. पर संदेह की वजह से किसान सम्मान राशि की रकम वापस चली गई.

फैल गई अफवाह, संदेह बड़ा हो गया

दरअसल, किसान जब सम्मान निधि योजना में पंजीकृत किसानों के दस्तावेजों की फाइल जब सदर तहसील मुख्यालय पहुंची तो पल्हरी के लेखपाल चौंक पड़े. क्योंकि किसानों की सूची में अमिताभ बच्चन का नाम दर्ज था. फिर अफवाह उड़ गई कि यह सदी के महानायक का खाता है. 

दौलतपुर में अमिताभ ने खरीदी थी जमीन

वर्षों पहले बाराबंकी के दौलतपुर में जमीन खरीदने के साथ ही अमिताभ बच्चन का नाम बाराबंकी के साथ जुड़ गया था. अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना की सूची में अमिताभ बच्चन का नाम जुड़ गया.

पल्हरी के हरेराम का बेटा है अमिताभ

इस बार यह किसान दौलतपुर का अमिताभ बच्चन नहीं हैं, बल्कि गदिया के जसमांडा गांव के निवासी हरे राम का बेटा अमिताभ बच्चन है. जांच में भी यही बात सामने आई कि यह दूसरा अमिताभ बच्चन है. इसका बैंक में अपना खुद का खाता है.

पत्नी बोली- मेरे अमिताभ सऊदी में काम करते हैं

घर में पत्नी ने बताया कि अमिताभ मेरे पति हैं. वे 3 साल से सऊदी अरब में काम कर रहे है. बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर दीपक मिश्रा ने बताया कि नाम एक होने से संदेह हुआ था. लेकिन अब कोई दिक्कत नहीं है. इनके सारे दस्तावेज सही है.


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