केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा है कि आपातकाल में जिस धर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया उसको हटाया जाए.
उनका ये बयान आरएसएस सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के संविधान की प्रस्तावना में ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों पर दिए गए बयान के बाद आया है.

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “सर्वधर्म समभाव ये भारतीय संस्कृति का मूल है. धर्मनिरपेक्ष हमारी संस्कृति का मूल नहीं है.”
उन्होंने कहा, “इसलिए इस पर ज़रूर विचार होना चाहिए कि आपातकाल में जिस धर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ा गया उसको हटाया जाए.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “अपने जैसा सबको मानो ये भारत का मूल विचार है, इसलिए समाजवाद की ज़रूरत नहीं है.”
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश को इस (दोनों शब्दों) पर निश्चित तौर पर विचार करना चाहिए.