पाकिस्तान कश्मीर पर अपने दुष्प्रचार का एजेंडा फैलाने के लिए ब्रिटिश सांसदों का सहारा ले रहा है. ब्रिटेन में हुए इस बार चुनाव में पाकिस्तान और कश्मीरी मूल के 15 सांसद जीत कर आए हैं. पाकिस्तान को लगता है कि इस सांसदों के जरिए भारत के खिलाफ दुनिया भर में दुष्प्रचार कर सकता है. हालांकि जीत के बाद ही ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने भारतीय हितों को तरजीह दी है, और कहा है कि वे भारत और ब्रिटेन के संबंधों को उच्च स्तर पर ले जाने की हरसंभव कोशिश करेंगे.
पाकिस्तान और कश्मीर मूल के इन ब्रिटिश सांसदों ने कहा है कि वे कश्मीर के लोगों की आवाज ब्रिटेन की संसद में और इसके बाहर जोर शोर से उठाएंगे. कश्मीर पर पाकिस्तानी प्रोपैगैंडा को फैलाने के लिए काम कर रही एक संस्था तहरीक-ए-कश्मीर ने कहा है कि पाकिस्तान और कश्मीरी मूल के 15 सांसदों की जीत एक ‘शानदार मौका’ है.
ब्रिटेन में पाकिस्तान प्रोपगैंडा
तहरीक-ए-कश्मीर के ब्रिटेन चैप्टर के अध्यक्ष राजा फहीम कयानी ने कहा है कि 15 में से सांसद कश्मीरी मूल के हैं. सांसद अफजल खान ने कहा है कि वो और दूसरे सांसद कश्मीर के मुद्दे को ब्रिटेन में उठाएंगे. अजफल खान ने कहा है कि कश्मीर पर प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र में समर्थन करेंगे.
अफजल खान ने कहा, “मैं कश्मीर के लोगों को बताना चाहता हूं कि हम लोग संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक कश्मीर का समर्थन करेंगे.” एक दूसरे सांसद खालिद महमूद ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांतिपूर्ण माहौल के लिए कश्मीर मुद्दे का समाधान जरूरी है. यास्मीन कुरैशी नाम के संसद ने पाकिस्तान के प्रोपैगैंडा का समर्थन करते हुए कहा कि भारत को लाखों कश्मीरियों के आत्म निर्णय के अधिकार देना होगा. “
लेबर पार्टी के सांसदों ने शुरू की मुहिम
ब्रिटेन की लेबर पार्टी के सांसद इमरान हुसैन ने कहा है कि सांसदों को कश्मीर मुद्दे पर अपने पद और प्रभाव का इस्तेमाल कर दुनिया भर में इस मुद्दे का प्रचार करना चाहिए. बता दें कि ब्रिटेन में चुनाव के दौरान से ही लेबर पार्टी ने भारत विरोधी रुख अख्तियार किया था. इमरान हुसैन ने कहा कि इस उद्देश्य को हासिल करने तक हम चुप नहीं बैठेंगे.