मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को धमकी भरा खत भेजने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी को महाराष्ट्र के नांदेड़ से गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के लिए आरोपी को नांदेड़ से गिरफ्तार करके भोपाल लाया गया है.
कुछ दिन पहले प्रज्ञा ठाकुर को मिली थी
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को एक संदिग्ध चिट्ठी मिली थी. संदिग्ध चिट्ठी उर्दू में लिखी गई थी. चिट्ठी के साथ पाउडर भी मिला था. उस पत्र की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम साध्वी प्रज्ञा के घर भी गई थी.
पाउडर के साथ उर्दू में जो खत आया था, उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और प्रज्ञा ठाकुर के फोटो पर क्रॉस बना हुआ था. साध्वी के स्टाफ ने पत्र को संदिग्ध देखते हुए पुलिस को सूचना दी थी.
धमकी भरे पत्र पर यह बोलीं प्रज्ञा ठाकुर
चिट्ठी के बारे में प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था, “एक भारी लिफाफा आया जिसमें एक पाउच था. मैंने अपने पीए से कहा कि ये पाउच है, इसे तत्काल फेंक दो, उसने फेंक भी दिया. लेकिन उसमें कुछ फोटो दिखे जिसे देखने से स्पष्ट नजर आ रहा है कि पाउच के अंदर एक पत्र था. पत्र ऊर्दू में है लेकिन उसके साथ और भी कई पेपर्स लगे हुए हैं. उसमें मेरा एक फोटो है जिसे क्रॉस किया गया है.”
धमकी भरे पत्र पर बोलीं प्रज्ञा ठाकुर- दुश्मनों के लिए खौफ हैं हम
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा था, “लिफाफे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी तस्वीर है. उसमें अजीत डोभाल, योगी आदित्यनाथ और जम्मू कश्मीर के राज्यपाल की भी फोटो है. सबको क्रॉस किया गया है. उसमें एक फोटो है जिसमें हाफिज सईद को एक व्यक्ति को ऑर्डर देते हुए दिखाया गया है. उसमें यह भी दिखाया गया है कि हमें मारने के लिए कैसे हथियार का इस्तेमाल होगा.”
साध्वी प्रज्ञा को मिली संदिग्ध चिट्ठी, मोदी-शाह-डोभाल की फोटो पर क्रॉस
पत्र भेजना दुश्मनों का काम
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था, “हमें हानि पहुंचाने के लिए, हमें मारने के लिए इस प्रकार की धमकी दे रहे हैं. ये देश के दुश्मनों का काम है, आतंकवादियों का काम है और वे करते रहेंगे. वे चाहते हैं कि देश के हित में कार्य न हो. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में जो राष्ट्र हित के कार्य किए जा रहे हैं, ये किसी को भी रास नहीं आ रहे हैं. इसलिए वे उनका विरोध कर रहे हैं और धमकियां भी आ रही हैं.”