जामिया: 18 सेकेंड तक पिस्टल लहराता रहा हमलावर, हाथ बांधे खड़ी रही दिल्ली पुलिस

जामिया के पास प्रदर्शन के दौरान एक शख्स पुलिस की मौजूदगी में गोली चलाई. निशाना छात्रों की ओर था. जबकि हमलावर के पीछे भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था. वहां मौजूद चश्मदीदों के मुताबिक फायरिंग करने वाला शख्स लगातार नारेबाजी कर रहा था. उसकी गोलीबारी में एक छात्र गोली लगने से घायल हो गया. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पुलिस की भारी मौजूदगी के बावजूद वो हमलावर हथियार लेकर वहां कैसे जा पहुंचा. कैसे उसने पुलिस के सामने फायरिंग कर दी.

दरअसल, गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध में दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से राजघाट तक मार्च निकाला जा रहा था. हालांकि इस मार्च को पुलिस ने इजाजत नहीं थी. लिहाजा पुलिस मार्च को रोकने के लिए पहले ही होली फैमली अस्पताल के पास भारी संख्या में मौजूद थी. पुलिस अधिकारी मार्च निकाल रहे लोगों से बात कर रही थी. तभी एक युवक भीड़ के बीच से निकल कर सामने आया.

उसके हाथ में बंदूक थी. वो जोर-जोर से नारे लगा रहा था. बताया जा रहा है कि वो प्रदर्शन कारियों की तरफ मुंह करके कह रहा था कि वो उन्हें आजादी चाहिए तो वो उन्हें आजादी देगा. यही बोलते-बोलते वो युवक पुलिस की तरफ बढ़ता जा रहा था और प्रर्दशन कारियों की तरफ पिस्तौल दिखाकर नारे लगा रहा था.

तभी उस शख्स ने फायरिंग कर दी. एक गोली जाकर छात्र को लगी. छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया. हालांकि फायरिंग के फौरन बाद पुलिस ने हमलावर युवक को हिरासत में ले लिया. डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने अभी तक उसकी पहचान उजागर नहीं की लेकिन इस बात से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है. प्रदर्शनकारी छात्र भी आक्रोशित नजर आ रहे हैं.

घायल युवक को नजदीक में ही होली फैमली अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के मुताबिक प्रर्दशनकारियों के मार्च को आगे जाने की इजाजत नहीं थी. अब फायरिंग की घटना के बाद प्रदर्शनकारी वहीं रास्ते पर जमे हुए हैं. पुलिस का कहना है कि उन्हें किसी भी हाल में आगे जाने नहीं दिया जाएगा. पुलिस ने राजघाट तक भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए हैं.

इस घटना के बाद पुलिस के सुरक्षा इंतजामों पर ही सवाल उठ रहे हैं. पुलिस की इतनी भारी मौजूदगी के बाद कैसे वो शख्स पिस्तौल लेकर वहां भीड़ के बीच में आ गया. कैसे वो पुलिस और भीड़ के बीच खड़े होकर नारेबाजी करता रहा. कैसे उसने पुलिस के सामने ही प्रदर्शनकारियों की तरफ पिस्तौल तानकर गोली चला दी. इन सारे सवालों के जवाब मिलना अभी बाकी है. फिलहाल, पुलिस वहां से प्रदर्शनकारियों को हटाना चाहती है. लेकिन वे अपनी ज़िद पर अड़े हैं.

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