अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी, आठ कोर सेक्टर्स के उत्पादन में भारी गिरावट

भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना संकट का गहरा असर दिख रहा है. जुलाई में आठ इंफ्रास्ट्रक्चर (आठ कोर) सेक्टर्स के उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में देश के आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में 9.6 फीसद की गिरावट रही है.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा स्टील, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स और सीमेंट सेक्टर के उत्पादन में गिरावट देखी गई है. आठ सेक्टर में 7 सेक्टर के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है. जबकि अप्रैल-जुलाई 2020-21 में यह गिरावट का आंकड़ा -20.5 फीसद का रहा है. 

संकट में औद्योगिक रफ्तार

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल यानी जुलाई 2019 में आठ कोर सेक्टर्स के उत्पादन में 2.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. आठ कोर सेक्टर्स या इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में उर्वरक, कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, स्टील, सीमेंट और बिजली शामिल है.

मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में उर्वरक को छोड़कर सभी सात सेक्टर्स- कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, स्टील, सीमेंट और बिजली में गिरावट दर्ज की गई है. 

कोरोना का गहरा असर


अगर अलग-अलग सेक्टर की बात करें तो जुलाई महीने में स्टील में 16.5 फीसदी, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स में 13.9 फीसदी, सीमेंट में 13.5 फीसदी, प्राकृतिक गैस में 10.2 फीसदी, सीमेंट में 5.7 फीसदी, कोयला में  4.9 फीसदी और बिजली सेक्टर में 2.3 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. जबकि केवल उर्वरक सेक्टर के उत्पादन में 6.9 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई है. 

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