हुवावे के लिए मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं क्योंकि अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण अब उसके प्रतिद्वंद्वियों रियलमी और ओपो को भारत के प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में जगह मिल गई है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च ने कहा कि प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट का बाजार दिसंबर के अंत तक 10 प्रतिशत हो जाने की उम्मीद है। काउंटर पॉइंट रिसर्च के असोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा, ‘हुवावे की गैरमौजूदगी निश्चित रूप से कुछ राहत देगी।’ रियलमी के सीईओ (इंडिया) माधव सेठ ने इस बात की पुष्टि की है कि इसकी प्रीमियम सेगमेंट में जाने की योजना है। उन्होंने कहा, ‘प्रीमियम सेगमेंट के साथ सभी सेगमेंट में काफी स्कोप है। हम इस सेगमेंट में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहते हैं, साल के अंत से पहले हमारा प्रीमियम प्रॉडक्ट लॉन्च हो जाएगा।’
ओपो और रियलमी दोनों ही भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में टॉप फाइव में काबिज हैं- जिसपर बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स का मालिकाना हक है। यह वीवो और वन-प्लस का भी मालिक है। काउंटरपॉइंट और आईडीसी के मुताबिक, वनप्लस जनवरी-मार्च की तिमाही में दूसरा सबसे बड़ा प्रीमियम ब्रैंड रहा है। जबकि कोरिया का सैमसंग एकबार फिर इस तिमाही में पहले स्थान पर रहा।
ओपो ने सबसे पहले पिछले साल प्रीमियम सेगमेंट में घुसने का प्रयास किया था, लेकिन यह भारत में सफल नहीं हो पाया। उधर, रियलमी के सेठ ने कहा कि कंपनी 5,900 से 40,000 के रेंज वाली हैंडसेट लॉन्च करेगी। विशेषज्ञों ने बताया कि इसी सेगमेंट में वन-प्लस का नया स्मार्टफोन और सैमसंग का नया डिवाइस भी आने वाले महीने में लॉन्च होगा। ऐपल भी इस सेगमेंट में विस्तार करेगा।