रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में गर्मी, मुंबई और दिल्ली में औसत से ज्यादा गर्म होगा अप्रैल

रिकॉर्ड तोड़ सर्दी के बाद फरवरी में ही गर्मी ने पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग की मानें तो इस बार फरवरी में दिल्ली और मुंबई समेत कई शहरों का तापमान औसत से ज्यादा रह सकता है.

इसका सीधा-सीधा मतलब यह है कि इन शहरों के लोगों को ज्यादा गर्मी और पानी की कमी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि गर्मी ने उत्तर के मैदानी इलाकों में दस्तक देने से पहले तटीय क्षेत्रों में असर दिखाना शुरू कर दिया है. हवाओं के बदले रुख के कारण दिल्ली में 10 फरवरी के बाद तापमान में तेजी से वृद्धि हुई है. बीते 10 दिनों में तापमान में 5 डिग्री से ज्यादा की वृद्धि हुई है.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मार्च-अप्रैल में भारत के कई हिस्सों में सामान्य से ज्यादा तापमान की रहने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक अप्रैल में, दिल्ली, यूपी, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, एमपी और महाराष्ट्र में औसत तापमान के 1 डिग्री से 1.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहने की संभावना है.

फरवरी पहले ही महाराष्ट्र समेत तटीय क्षेत्रों के लिए सर्दी में गर्म हो गया है और यहां अगले दो महीनों में गर्मी की बढ़ने की संभावना है. मुंबई में मंगलवार को अधिकतम तापमान का 39 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाना, इसका ताजा उदाहरण है.

मौसम विभाग के अनुसार फरवरी में 1966 के बाद मुंबई में अब तक का सर्वाधिक तापमान 17 फरवरी को 38.1 डिग्री सेल्सियस और 18 फरवरी को बढ़कर 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था.

इससे पहले मुंबई में 25 फरवरी 1966 को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. विभाग की पूर्वानुमान इकाई की प्रमुख वैज्ञानिक सती देवी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि फरवरी के तीसरे सप्ताह में तटीय इलाकों में तापमान के स्तर में लगतार बढ़ोतरी हो रही है.

उन्होंने बताया, ‘भारत में सामान्य तौर पर पश्चिम के तटीय इलाकों से गर्मी की शुरुआत होती है लेकिन तापमान में इजाफे के लिये जिम्मेदार मानी जाने वाली हवाओं के रुख में तेजी को देखते हुये इस साल फरवरी में ही तापमान रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है.’

मंगलवार को मुंबई का अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस और अहमदाबाद में 33 डिग्री सेल्सियस रहा. इसके अलावा पुणे और हैदराबाद में भी पारा 30 डिग्री के स्तर को पार कर गया है. मौसम विभाग ने बढ़े हुए तापमान को देखते हुए ग्रीष्म लहर (हीट वेव) से बचाव के बारे में मंगलवार को परामर्श जारी कर दिया.

इसका मतलब यह है कि जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री पर पहुंचता है कि इलाके में ग्रीष्म लहर की स्थिति घोषित कर दी जाती है.

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