प्रचंड जीत के बाद नई कैबिनेट पर सबकी निगाह, खराब सेहत के कारण मंत्रिमंडल में नहीं होंगे जेटली

लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। इस बीच, खबर है कि खराब सेहत के कारण वित्तमंत्री अरुण जेटली कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे। जेटली शुक्रवार को हुई मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट मीटिंग में नहीं पहुंचे। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से दिए रात्रिभोज में भी वह नहीं थे।

जेटली ने शुक्रवार को ही अपने आवास पर वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की है। सूत्रों के मुताबिक जेटली का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए अमेरिका या ब्रिटेन जाने की सलाह दी है। इसके चलते उन्होंने मंत्रालय संभालने में असमर्थता जताई है। भाजपा व सरकार के दिग्गज नेताओं और संकटमोचक जेटली भाजपा मुख्यालय में हुए समारोह में भी नहीं जा सके थे। तीन सप्ताह से वह सार्वजनिक जीवन से दूर हैं।

हालांकि ब्लॉग लिख रहे हैं और सोशल मीडिया पर मैसेज भी डालते रहे हैं। मई 2018 में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से लगातार उनके सेहत में गिरावट आ रही थी। कैंसर के लक्षण मिलने पर 22 जनवरी को उनका अमेरिका में ऑपरेशन हुआ था। इस दौरान कुछ हफ्तों का वित्त मंत्रालय पीयूष गोयल ने संभाला था।

सरकार में शामिल हो सकते हैं शाह
भाजपा की जीत के शिल्पकार अध्यक्ष अमित शाह मोदी के दूसरे कार्यकाल में उनकी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि वह गृह, वित्त, रक्षा या विदेश में से कोई एक महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल सकते हैं। गौरतलब है कि जेटली के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सेहत भी कुछ दिनों से ठीक नहीं हैं। हालांकि वह शुक्रवार को कैबिनेट बैठक और राष्ट्रपति द्वारा दिए गए रात्रिभोज में शामिल हुईं।

स्मृति को मिल सकता है इनाम
अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके गढ़ में मात देने वालीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को बड़ा इनाम मिल सकता है। पिछली सरकार में मानव संसाधन, सूचना प्रसारण और कपड़ा मंत्रालय संभाल चुकी स्मृति को महत्वपूर्ण मंत्रालय मिल सकता है।

ये चेहरे फिर होंगे सरकार का हिस्सा
सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावेड़कर नई सरकार में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, 18 सीटें जीतने वाली शिवसेना और 16 सीटें जीतने वाली जदयू को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।

नए चेहरों और राज्यों को मिलेगा मौका
भाजपा ने पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और ओडिशा जैसे जिन नए राज्यों में अच्छा प्रदर्शन किया है, उनको भी कैबिनेट में प्रतिनिधित्व मिल सकता है। इसके अलावा पार्टी दूसरी पीढ़ी के नेताओं के आगे बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में निर्वाचित नए चेहरों को भी मौका दे सकती है।

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