अमेठी जो कभी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे राहुल गांधी का संसदीय क्षेत्र हुआ करता था. अब यहां से स्मृति ईरानी सांसद हैं. अमेठी फिर खबरों में है. लेकिन वजह राजनीतिक नहीं है. यहां पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है.
क्या है मामला?
आज तक से जुड़े आलोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया. पांच अक्टूबर 2019. अमेठी के पीपरपुर में भादर स्थित यूको बैंक है. यहां के मैनेजर मुनीश कुमार गौतम और कैशियर अंशू सिंह से कुछ बदमाशों ने 26 लाख रुपये लूट लिए थे. 28 अक्टूबर सोमवार की रात पुलिस और एसओजी टीम ने आरोपी सत्य प्रकाश शुक्ला के घर छापा मारा. परिजनों का कहना है कि पुलिस सत्य प्रकाश शुक्ला और उनके बेटे को ले गई और लॉकअप में बंद कर दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस सभी को छोड़ने के लिए पैसों की मांग कर रही थी. जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने सत्य प्रकाश शुक्ला को टार्चर किया. इससे उनकी हालत खराब हो गई. पुलिस सत्य प्रकाश शुक्ला को गंभीर हालात में भादर स्वास्थ्य केंद्र ले गई. लेकिन हालत गंभीर होते देख वहां के डॉक्टरों ने सुल्तानपुर जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें डेड घोषित कर दिया.
क्या कहना है पुलिस का?
अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग का कहना है,
पुलिस कस्टडी में मौत की घटना का मैं खंडन करती हूं. 26 लाख की लूट के मामले में साजन शुक्ला (सत्य प्रकाश शुक्ल) का नाम सामने आया था. साजन शुक्ला का एक साथी है जाकिर अली उर्फ गुड्डू इसके साथ 2008 में गोमती नगर थाने से टावेरा वाहन की चोरी हुई थी. इसके बाद इनके ऊपर गैंगचार्ज लगा था. इनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए और घटना में संलिप्तता को देखते हुए लोकल पुलिस इनके घर गई. उनसे पूछताछ की. साजन शुक्ला को थाने बुलवाया गया. पूछताछ के लिए. वो और उनके दोनों बेटे थाने आए. उन्होंने बताया कि अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं. इसके बाद उनके बेटे सीएचसी भादर ले गए. पहली नजर में पॉइजनिंग का केस लगा. उन्हें जिला अस्पताल ट्रांसफर कर दिया गया. मौत की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी. जांच में पुलिस की गलती पाई जाती है तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
परिजनों का क्या कहना है?
साजन शुक्ला उर्फ सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई ओम प्रकाश शुक्ला का कहना है कि
रात के दो बजे पुलिस घर में घुसी. करीब 15 लोग थे.बहु बेटियों को गाली दी. मैं जैसे ही पहुंचा पुलिस ने मेरा मोबाइल ले लिया. मैंने पूछा कि सर्च वॉरंट है? इसके बाद पुलिस ने गाली दी. मुझे भी साथ ले गई. मेरे दोनों भतीजों को साथ ले गई. रास्ते में उन्हें टॉर्चर किया.
बेटे राहुल शुक्ला का कहना है कि
पुलिस ने मुझे भी मारा. जबरदस्ती जुर्म कबूल कराव रहे थे. अस्पताल पहुंचने से पहले पिताजी की मौत हो चुकी थी.
मीडिया में मामला उछलने के बाद पुलिस ने परिवारों की तहरीर पर अमेठी के क्राइम ब्रांच प्रभारी, पीपरपुर थाने की पुलिस समेत 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. सुल्तानपुरा के कोतवाली नगर में इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ 302, 392, 452, 504 आईपीसी के तहत दर्ज मुकदमा दर्ज हुआ है. सुल्तानपुर की एसपी सिटी मिनाक्षी कात्यायन का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. विवेचना के लिए संबंधित थाने को ट्रांसफर कर दिया जाएगा.
वहीं इस मामले की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं. सब डिवीजन मजिस्ट्रेट योगेंद्र कुमार इस मामले की जांच करेंगे.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने ट्वीट किया,
अमेठी में पुलिस-हिरासत में हुई स्व. सत्य प्रकाश शुक्ला की मौत से उपजे जनाक्रोश को भाजपा सरकार झूठी दलीलें देकर दबाना चाह रही है. परिजनों ने थर्ड डिग्री की प्रताड़ना का जो आरोप लगाया है उसकी निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए नहीं तो भाजपा सरकार से जनता का रहा-सहा भरोसा भी उठ जाएगा.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने एक खबर को ट्वीट कर लिखा,
हालांकि ऐसा नहीं है कि अमेठी में पुलिस हिरासत में किसी आरोपी की मौत का ये पहला मामला है. इससे पहले 25 अगस्त को थाना शिवरतन गंज में चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए लाये गए राम औतार की भी थाने में ही मौत हो गई थी. पुलिस की पिटाई से मौत की बात सामने आई थी.