
चीन के बीच जारी मौजूदा तनाव के इस वक्त में मॉस्को में भारतीय सेना ने विक्ट्री डे परेड की. इस दौरान भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ी ने हिस्सा लिया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रूस की विक्ट्री डे परेड में शामिल होने पहुंचे.
लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समय तीन दिन के रूस के दौरे पर हैं. इस दौरान राजनाथ सिंह रूस की विक्ट्री डे परेड की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. रूस की विक्ट्री डे परेड में भारत के 75 जवानों की टुकड़ी भी शामिल हुई.
Impressive turnout of the Tri-Service contingent of the Indian Armed Forces at the Victory Day Parade in Moscow is indeed an extremely proud and happy moment for me. pic.twitter.com/csEKNGKFLU
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 24, 2020
साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस परेड के दौरान मौजूद रहे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विक्ट्री डे परेड में शामिल होने के लेकर ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय सशस्त्र बलों के जरिए इस परेड में हिस्सा लेने पर मुझे गर्व है.
Attending the Victory Day Parade at Red Square in Moscow today to commemorate the 75th Anniversary of Victory of the Soviet People in the great Patriotic War of 1941-1945.
— Rajnath Singh (मोदी का परिवार) (@rajnathsingh) June 24, 2020
I am proud that a Tri-Service contingent of the Indian Armed Forces is also participating in this parade. pic.twitter.com/0zBiaKH5r1
अहम डील पर हो सकती है चर्चा
पिछले तीन महीनों में राजनाथ सिंह का यह पहला विदेशी दौरा है. उम्मीद जताई जा रही है कि रक्षा मंत्री के इस दौरे पर भारत को कई महत्वपूर्ण हथियार मिल सकते हैं, जिसमें S-400 एंटी मिसाइल सिस्टम भी शामिल है. माना जा रहा है कि राजनाथ सिंह के इस दौरे के दौरान रूस के साथ चल रही डील को लेकर चर्चा होगी.
एस-400 डिफेंस सिस्टम
सूत्रों की मानें तो भारत रूस से हथियारों को लेकर जो डील हुई है उनकी जल्द डिलीवरी की मांग कर सकता है, जिसमें फाइटर एयरक्राफ्ट, टैंक और सबमरीन शामिल हैं. रूस के साथ बड़े हथियारों के साथ करार में सबसे अहम एस-400 डिफेंस सिस्टम है. एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भारत को दिसंबर 2021 तक मिलना था, लेकिन कोविड-19 की वजह से उसकी डिलीवरी में देरी हो रही है. इसके अलावा सुखोई 30एम और टी-90 टैंक की भी जल्द डिलीवरी की मांग भारत कर सकता है.