मध्य प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड और भोपाल पुलिस की संयुक्त टीम ने तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. ये महिलाएं कथित तौर पर राजनेताओं और उच्च रैंकिंग वाले सरकारी अधिकारियों का वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करती थीं. तीनों महिलाओं को इंदौर पुलिस को सौंप दिया गया है और उनकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है. इन महिलाओं के पास से पुलिस को लैपटॉप और मोबाइल फोन मिला है. इन्हें जब्त कर लिया गया है.
इंदौर पुलिस के अनुसार, एक वरिष्ठ सरकारी इंजीनियर की शिकायत पर पहली बार पलासिया पुलिस स्टेशन में ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया गया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि एक महिला उससे दोस्ती करने के बाद उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही थी. आरोप के मुताबिक महिला कुछ रिकॉर्डिंग भी कर रही थी जिसमें वह फंस गई थी. प्रारंभिक जांच के बाद मामला इंदौर क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया, जिसने राज्य एटीएस को एक बड़े रैकेट के बारे में बताया.
हनी ट्रैप की आशंका के बाद एटीएस इस जांच में शामिल हुआ क्योंकि उसे लगा कि महिलाओं का गैंग राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों को अपने जाल में फंसा रहा है. बुधवार रात हिरासत में ली गई तीन महिलाओं में से एक को मीनल रेजिडेंसी से, जबकि कोकरा सुल्तानाबाद इलाके से एक महिला को हिरासत में लिया गया था. तीसरी महिला को हाई प्रोफाइल रिवेरा इलाके से उठाया गया, जहां वह पन्ना जिले के एक मौजूदा विधायक के किराएदार के रूप में रह रही थी.
तीनों को गोविंदपुरा पुलिस स्टेशन ले जाया गया और तीन घंटे तक पूछताछ की गई. बाद में तीनों को इंदौर अपराध शाखा को सौंप दिया गया और अब इंदौर ले जाया गया है. पुलिस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि तीनों महिलाओं के कब्जे से सर्वेक्षण के गैजेट्स और संदिग्ध वीडियो रिकॉर्डिंग बरामद की गई है.