
बिहार में बाढ़ की स्थिति निरंतर विकराल होती जा रहा है। राज्य के 12 जिलों के 102 प्रखंडों की 923 पंचायतों की 39 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो चुकी है। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रुडु ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं। विभिन्न जिलों में 843 सामुदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं। यहां पर प्रतिदिन चार लाख 70 हजार लोगों को भोजन कराया जा रहा है। राज्य में 23 राहत शिविर भी लगाए गए हैं, जहां पर 22 हजार लोगों को रखा गया है। बाढ़ से जो जिले प्रभावित हैं, उनमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण और समस्तीपुर शामिल हैं।
गंगा समेत नौ नदियां फिर पहुंच गईं लाल निशान से ऊपर
बिहार की नदियों में इस बार गजब का उतार-चढ़ाव दिख रहा है। रोज इनके जलस्तर में बदलाव हो रहा है। बुधवार को अधवारा नदी थोड़ा नीचे उतरी तो बागमती और बुढ़ी गंडक ने आखें लाल कर ली। इन दोनों नदियों का जलस्तर कई जगहों लाल निशान से दो मीटर से भी ज्यादा ऊपर चढ़ गया है। बुढ़ी गंडक तो रोसड़ा रेलपुल के पास लाल निशान से तीन मीटर ऊपर बहने लगी है। बुधवार को भी आठ नदियां लाल निशान से ऊपर हैं। गंगा भी कहलगांव में लाल निशान से ऊपर चल रही है। हालांकि इसके जलस्तर में कोई बदलाव नहीं है और पटना में यह अब भी लाल निशान से काफी नीचे है। लेकिन अगर गंगा को जोड़ लें नौ नदियां लाल निशान से ऊपर हो गई हैं।
गंडक नदी में बुधवार को डुमरियाघाट में लाल निशान से लगभग डेढ़ मीटर ऊपर है। इस नदी का डिस्चार्ज बाल्मीकीनगर बराज पर थोडा़ कम हुआ है। वहां इसका डिस्चार्ज दो लाख 24 हजार घनसेक दर्ज किया गया। कोसी नदी का डिस्चार्ज थोड़ा गिरा है। बराह क्षेत्र में 1.49 लाख घनसेक और बराज पर दो लाख घनसेक डिस्चार्ज दर्ज किया गया। नदी का जलस्तर बालतारा में लाल निशान से लगभग पौने दो मीटर से अधिक ऊपर है। गंगा का जलस्तर मंगलवार को सभी जगहों पर गिरा है लेकिन कहलगांव में यह नदी लाल निशान को पार कर गई है। वहां यह नदी14 सेमी ऊपर बह रही है। दूसरी नदियों में बागमती सीतामढ़ी के कटौंझा में लाल निशान से 2.12 मीटर ऊपर चली गई है। मुजफ्फरपुर में 93 सेमी और दरभंगा में दो मीटर नौ सेमी मीटर ऊपर बह रही है।
बुढ़ी गंडक रोसड़ा रेलपुल के पास और चढ़ गई है वहां लाल निशान से तीन मीटर नौ सेमी ऊपर बह रही है यह नदी समस्तीपुर रेल पुल के पास भी लाल निशान से 2.35 मीटर ऊपर बह रही है। मुजफ्फरपुर में यह लाल निशान से लगभग 1.30 मीटर ऊपर है। कमला नदी झंझारपुर और जयनगर दोनों जगहों पर नीचे उतरने के बाद फिर चढ़ गई है। झंझारपुर में यह लाल निशान से 1.85 मीटर ऊपर है तो जयनगर में लाल निशान से 35 सेमी ऊपर है। लालबकेया पूर्वी चम्पारण में अपनी सीमा में र्है। अधवारा सीतामढ़ी में नीचे उतरी है। वहां यह नदी लाल निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। खिरोई नदी भी दरभंगा में 1.80 मीटर से ज्यादा ऊपर है। महानंदा ने भी एक बार फिर से अपना तेवर दिखाना शुरू किया है। यह नदी पूर्णिया में लाल निशान से लगभग एक मीटर ऊपर बहने लगी है। कल तक यह नीचे थी। घाघरा अपनी सीमा में आ गई हैं।