राहुल बजाज को लेकर पत्रकार रविश कुमार

राहुल बजाज को लेकर पत्रकार रविश ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट

“अंत में बोलना ही पड़ता है। राहुल बजाज ने बोलने का धर्म निभा दिया।

उन्हीं के सामने जिनके नाम से ख़ौफ़ का कारोबार चल रहा था। लेकिन अपनी विरासत लेकर खड़े राहुल नहीं बोलते तो कौन बोलता।

जमना लाल बजाज की विरासत इतनी छोटी नहीं है कि कुर्सी के किनारे किसी हुजूर के भय से दुबके रहे जाएँ। बहुत शुक्रिया राहुल बजाज।

वो बात कह दी जो आपकी बिरादरी कह नहीं पा रही थी। बस दुख की बात है कि यहाँ तक बोलने में उद्योग जगत की बर्बादी का इंतज़ार करना पड़ा।

नोटबंदी जैसे बोगस फ़ैसले के वक्त सब वाहवाही कर रहे थे जानते हुए भी कि कहानी ख़त्म हो गई।

राहुल बजाज ने भीड़ की हिंसा पर भी बोला और सामने से बोला कि न कार्रवाई होती है और न सज़ा होती है। आप भी बोलिए।

बोलने से समाज और सरकार में बेहतरी आती है।”

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