नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को दिल्ली के राजघाट पर सत्याग्रह किया. देशभर में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच कांग्रेस पार्टी के आलाकमान नेताओं की ओर से ये पहला बड़ा विरोध था, जिसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी शामिल हुए थे. कांग्रेस को प्रदर्शन करने की सलाह देने वाले राजनीतिक रणनीतिकार और जेडीयू नेता प्रशांत किशोर ने अब इस सत्याग्रह के लिए राहुल गांधी को बधाई दी है, साथ ही उन्हें एक और सलाह दे दी है.
मंगलवार को प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया, ‘नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ मूवमेंट में जुड़ने के लिए राहुल गांधी का धन्यवाद, लेकिन विरोध प्रदर्शन के अलावा हमें वो राज्य भी चाहिए जो इस कानून को मना करें. ऐसे में अच्छा होगा कि कांग्रेस पार्टी कहगे कि उनके शासित राज्यों में एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा.’
Thanks @rahulgandhi for joining citizens’ movement against #CAA_NRC. But as you know beyond public protests we also need states to say NO to #NRC to stop it.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 24, 2019
We hope you will impress upon the CP to OFFICIALLY announce that there will be #No_NRC in the #Congress ruled states. 🙏🏼
बता दें कि बीते दिनों प्रशांत किशोर ने ही ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी से अपील की थी कि उन्हें भी CAA के खिलाफ जारी प्रदर्शन में अब कांग्रेस को भी सड़कों पर उतरना चाहिए. जब CAA पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना संदेश जारी किया था तब प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कांग्रेस को सलाह दी थी.
सोमवार को दिल्ली के राजघाट पर कांग्रेस पार्टी ने सत्याग्रह किया, इस दौरान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा. राहुल गांधी के निशाने पर यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहे.
प्रशांत किशोर ने लिखा था, ‘कांग्रेस पार्टी आज सड़क पर नहीं है और पार्टी की टॉप लीडरशिप भी CAA और NRC के खिलाफ आम नागरिकों द्वारा लड़ी जा रही लड़ाई से भी गायब रही है. कम से कम आप अपने सभी मुख्यमंत्रियों को बाकी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ जुड़ने को कहिए, जो अपने राज्यों में NRC लागू करने के ख़िलाफ़ है. अन्यथा, इन बयानों का कोई भी मतलब नहीं है.’
गौरतलब है कि जब से मोदी सरकार नागरिकता संशोधन एक्ट लेकर आई है, तभी से प्रशांत किशोर इसके खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. जदयू ने इस बिल के समर्थन में वोट किया था, जिसका प्रशांत किशोर ने पार्टी में रहकर विरोध किया था. इसी के बाद नीतीश कुमार ने बिहार में एनआरसी ना लागू करने की बात कही. प्रशांत किशोर अपील कर चुके हैं कि सभी गैर-बीजेपी शासित राज्यों को NRC-CAA लागू करने से इनकार कर देना चाहिए.