जीआरपी पुलिस के मुताबिक सिक्के इतने अधिक थे कि गिनने में उन्हें घंटों लग गये.
मुम्बई में शुक्रवार की रात पटरी पार करते समय एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई. 83 साल का बिड़दीचंद आजाद पेशे से भिखारी था. लेकिन उसकी मौत के बाद सूचना देने के लिए जब पुलिस उसकी झोपड़ी में पहुंची और उसमे कोई नहीं मिला. इसके बाद पुलिस ने उस झोपड़ी की तलाशी ली तो हैरान हो गई. घर मे बोरी में भरकर सिक्के रखे हुए थे और कुछ एफडी के सर्टिफिकेट भी थे.
जीआरपी पुलिस के मुताबिक सिक्के इतने अधिक थे कि गिनने में उन्हें घंटों लग गये. घर से कुल 1 लाख 50 हजार रुपये के करीब थे. इसके अलावा बैंक एफडी के कई सर्टिफिकेट मिले, जिनकी कुल कीमत 8 लाख 77 हजार रुपये है.
राजस्थान के रहने वाले बिड़दीचंद मुम्बई के गोवंडी इलाके में रेल पटरी के पास ही रहते थे और रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर अपना गुजारा करते थे. लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि उनके पास इतने पैसे होंगे.
बीरभिचन्द आजाद के घर से पुलिस को उनका पैन कार्ड, आधार कार्ड और सीनियर सिटीजन कार्ड भी मिला है. घर से मिले दस्तावेजों के आधार पर जीआरपी पुलिस ने राजस्थान पुलिस से बीरभिचन्द आजाद के परिवार वालों की तलाश करने को कहा है.