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मुख्यमंत्री के सामने मंत्री-एमआईसी मेंबर आपस में भिड़े, विवाद, हंगामा, अपशब्दों का उपयोग

जैसे-जैसे मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे टिकट के दावेदारों व नेताओं के बीच इस मानसून के दौरान गर्माहट बढ़ती जा रही है. ऐसी ही एक घटना आज शुक्रवार 20 जुलाई की दोपहर वेटरनरी मैदान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा मेधावी छात्रों के लेपटाप वितरण कार्यक्रम के दौरान सामने आई, जब मध्य प्रदेश शासन में स्वास्थ्य राज्यमंत्री शरद जैन व नगर निगम में एमआईसी मेम्बर नवीन रिछारिया के बीच जमकर कहा-सुनी हुई, इस दौरान नौबत गाली-गलौज व मारपीट की स्थिति तक जा पहुंची, हालांकि भाजपा के कई नेताओं के बीच-बचाव करने से मामला शांत हो गया, लेकिन कार्यक्रम में मौजूद बड़ी संख्या में लोग अनुशासित माने जाने वाली पार्टी भाजपा नेताओं के बीच चल रहे विवाद को लेकर अचंभित थे. .

घटना के संबंध में बताया जाता है कि आज दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को लेपटाप वितरण कर रहे थे. इसी दौरान मंच के नीचे वीआईपी दीर्घा में कई भाजपा नेता व एमआईसी मेंबर श्रीराम शुक्ला, नवीन रिछारिया व अन्य बैठे थे. कार्यक्रम के बीच में ही राज्यमंत्री शरद जैन, विधायक सुशील तिवारी इंदू, भाजपा के नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर मंच से उतरकर वीआईपी दीर्घा में पहुंचे, उनके पहुंचते ही एमआईसी मेंबर श्रीराम शुक्ला ने श्री जैन से कहा कि भाई साहब, हम लोग भी एमआईसी मेंबर हैं, यदि हम लोगों को भी मंच में स्थान मिल जाता तो उचित होता. जिस पर श्री जैन श्री शुक्ला को तो कुछ नहीं कहा, वे सीधे अन्य एमआईसी मेंबर नवीन रिछारिया की ओर मुखातिब होते हुए अपशब्दों का प्रयोग शुरू कर दिया, जिसे देख पहले तो अन्य भाजपा नेताओं ने समझा कि यह मामूली बातचीत है, लेकिन जब विवाद बढ़ा और मंत्रीजी ज्यादा उत्तेजित व आक्रामक नजर आये तो स्थिति की गंभीरता को देख अन्य भाजपा नेताओं ने बीच-बचाव किया और मंत्रीजी को उधर से अलग ले गये..

अनुशासित माने जाने वाली पार्टी भाजपा का विवाद सड़कों पर

अभी तक तो भाजपा अपने को कैडर बेस, अनुशासित पार्टी मानती व आम जनता के बीच जताती भी रही है, लेकिन जबलपुर शहर के बड़े भाजपा नेताओं के बीच ही सार्वजनिक तौर पर हुए इस विवाद को कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोग चटखारे लेकर देख रहे थे. हालांकि इस घटना के बाद भाजपा संगठन मामले को दबाने में लगा हुआ था. मौके पर मौजूद सभी भाजपा नेताओं को स्पष्ट कहा गया है कि वे इस मामले की सार्वजनिक चर्चा करने से बचेें और इसकी जानकारी किसी को नहीं दे.

कभी शरद के खासमखास थे नवीन, अब नंबर वन दुश्मन कैसे बने..?

जबलपुर में भाजपा की राजनीति में यह बात सभी जानते हैं कि उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक व राज्यमंत्री शरद जैन के कभी एमआईसी मेम्बर नवीन रिछारिया खासमखास थे. उन्हीं ने श्री रिछारिया को पार्षद की टिकट दिलाई और एमआईसी मेंबर भी बनवाया, लेकिन ऐसा अचानक क्या हो गया कि शरद जैन व नवीन रिछारिया में दूरी बन गई. इस संबंध में भाजपा सूत्रों का कहना है कि उनके बीच विवाद की शुरुआत कुछ माह पहले शरद जैन के गंभीर रूप से बीमार पडऩे के दौरान हुई. चर्चा है कि उस दौरान श्री जैन जो भोपाल में अस्पताल में भर्ती थे, उन्हें देखने नवीन रिछारिया भोपाल पहुंचे, जहां पर उनकी गंभीर हालत को देखकर वे भोपाल से सीधे दिल्ली पहुंच गए, जहां पर भाजपा में अपने कुछ खासमखासों को श्री जैन के स्वास्थ्य का हवाला व गंभीर स्थिति को देखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदारी जताई. फिर क्या था, अचानक वक्त ने फेरा बदला औैर स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री जैन पूरी तरह स्वस्थ होकर फिर से सक्रिय राजनीति में आ गए. जिसके बाद श्री जैन को जानकारी लगी कि उनके खासमखास नवीन रिछारिया उनके उत्तराधिकारी बनने के लिए जतन किये हुए हैं, जिससे श्री जैन काफी खफा हो गए, उसके बाद पिछले तीन माह में ही आधा दर्जन बार जब भी किसी कार्यक्रम में श्री जैन का रिछारिया से आमना-सामना हुआ, श्री जैन ने रिछारिया को नीचा दिखाने व जलील करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा. इस विवाद का चरम आज मुख्यमंत्री श्री चौहान के कार्यक्रम में सामने आया..

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