
दिल्ली सरकार के तीसरी बार सरताज बने अरविंद केजरीवाल…11 फरवरी को दिल्ली की जनता ने उन्हें प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई. आम आदमी पार्टी को 62 और बीजेपी को सिर्फ 8 सीट मिली और कांग्रेस खाता भी नहीं खोल सकी. केजरीवाल सरकार ने 16 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण की जिसमें अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री, 6 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. इन्हीं में से मनीष सिसोदिया को फिर से उप मुख्यमंत्री बनाया गया है. इस नई सरकार में एक मंत्री की संपत्ति सीएम से भी 13 गुना ज्यादा है.

2015 की कैबिनेट में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और सत्येंद्र जैन के साथ असीम अहमद, जितेंद्र सिंह तोमर और संदीप कुमार भी शामिल थे. इनमें से असीम अहमद, जितेंद्र सिंह तोमर और संदीप कुमार को बाद में हटाकर इमरान हुसैन, राजेन्द्र गौतम और कैलाश गहलोत को जगह दी गई थी. 2020 की नई कैबिनेट में फिर से वही मंत्रिमंडल दोहराया गया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस बार भी थोड़ा फेरबदल के साथ मंत्रियों के पास वही विभाग रहने वाले हैं जो पिछली कैबिनेट में थे.

अरविंद केजरीवाल (51) ने दिल्ली सरकार के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में दिल्ली के रामलीला मैदान में 16 फरवरी को शपथ ली. चुनाव आयोग में दिए शपथ पत्र के अनुसार इनकी संपत्ति 3.44 करोड़ रुपये है.

मनीष सिसोदिया ने (47) दूसरी बार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इनके पास 93 लाख रुपये की संपत्ति है. मनीष सिसोदिया ही एकमात्र ऐसे मंत्री हैं, जिनके पास पत्रकारिता का डिप्लोमा है. 2015 की दिल्ली सरकार की कैबिनेट में वित्त, शिक्षा, पर्यटन, प्लानिंग, लैंड एंड बिल्डिंग, विजिलेंस, सविर्सेज, महिला एंव बाल विकास, कला, संस्कृति और भाषा विभाग मनीष सिसोदिया के पास थे.
सत्येंद्र जैन (55) दूसरी बार केजरीवाल सरकार में मंत्री पद संभाल रहे हैं. इनके पास 8.08 करोड़ रुपये की संपत्ति है. 2015 की दिल्ली सरकार की कैबिनेट में गृह, हेल्थ, पीडब्ल्यूडी, उर्जा, उद्योग, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग जैन को मिला था.

गोपाल राय (44) भी दूसरी बार केजरीवाल सरकार में मंत्री पद संभाल रहे हैं. राय की संपत्ति 90 लाख रुपये है. गोपाल राय के पास मंत्रियों में सबसे कम 90 लाख रुपये की संपत्ति है. पिछली दिल्ली सरकार की कैबिनेट में राय के पास श्रम, रोजगार, विकास और सामान्य प्रशासन विभाग था.

राजेन्द्र पाल गौतम (51) पहली बार दिल्ली सरकार में मंत्री पद संभाल रहे हैं. इनके पास 1.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है. केजरीवाल के कार्यकाल की दूसरी कैबिनेट में गौतम को सोशल वेलफेयर, अनुसूचित जाति और जनजाति, सहकारिता विभाग दिया गया था. इसके अलावा गुरुद्वारा इलेक्शन विभाग भी इनके पास था.

कैलाश गहलोत (45) भी पहली बार केजरीवाल सरकार में मंत्री पद संभाल रहे हैं. इनके पास दिल्ली सरकार की नई कैबिनेट में सबसे ज्यादा 46 करोड़ रुपये की संपत्ति है. 2015 की दिल्ली सरकार की कैबिनेट में गहलोत को ट्रांसपोर्ट, राजस्व, कानून और न्याय, विधायी कार्य, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रशासनिक सुधार विभाग दिया गया था.

इस कैबिनेट में इमरान हुसैन (38) सबसे युवा मंत्री हैं. हुसैन के पास भी 1.41 करोड़ संपत्ति है. पिछली कैबिनेट में हुसैन को फूड एंड सप्लाई, वन एवं पर्यावरण विभाग दिया गया था. इसके अलावा दिल्ली सरकार का इलेक्शन विभाग भी यही देख रहे थे .