
दुनिया भर में कोरोना वायरस के अबतक करीब एक लाख मामले आ चुके हैं और इससे मरने वालों का आंकड़ा 3300 के पार पहुंच चुका है. भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 31 हो चुकी है, हालांकि इनमें से 3 मरीजों का सफल इलाज हो चुका है.

अभी तक Covid-19 फैलने की पुख्ता वजह सामने नहीं आई है. हालांकि इससे बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूर रहने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि ये वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने पर तेजी से फैलता है.

जहां कोरोना वायरस पूरी दुनिया के लिए चिंता का सबब बन गया है, वहीं ये भी दावा किया जा रहा है कि गर्मियों का मौसम आते ही कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा क्योंकि वायरस ज्यादा तापमान में कमजोर हो जाते हैं.

एक स्टडी के मुताबिक, कोरोना वायरस 5 दिनों तक 22 से 25 डिग्री तापमान पर 40-50 फीसदी नमी के साथ मेज, दरवाजों के हैंडल, फोन और कीबोर्ड जैसी समतल सतह पर रह सकता है. ये परिस्थितियां AC के माहौल में बनती हैं.

Indian Council of Medical Research के एक वैज्ञानिक का कहना है कि 38 डिग्री सेल्सियस और 95 फीसदी नमी होने पर कोरोना वायरस की क्षमता खत्म होने लगती है. इस वायरस का खतरा घर के अंदर बंद तापमान में ज्यादा है.

कोरोना वायरस कम तापमान वाली जगहों पर ज्यादा तेजी से फैल रहा है जबकि मलेशिया, इंडोनेशिया और थाइलैंड जैसे गर्म देशों में इसके अभी तक कम ही मामले सामने आए हैं. हालांकि, दुनिया भर के तमाम वैज्ञानिकों की राय अलग-अलग है.
National Geographic के एक आर्टिकल के मुताबिक वायरस की वजह से होने वाले इंफ्लुएंजा या कोरोनोवायरस जुकाम गर्मी के महीनों में कम हो जाते हैं क्योंकि इस प्रकार के वायरस को वैज्ञानिक ‘मौसमी वायरस’ कहते हैं.
वहीं TIME की एक रिपोर्ट में हेल्थ एक्सपर्ट्स ने बताया कि गर्म मौसम वायरस को फैलने से रोकने में कितना कारगर होगा, अभी इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
पेन्सिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इनफेक्शियस डिजीज डायनामिक्स के निदेशक एलिजाबेथ मैकग्रा का कहना है, ‘कोरोना वायरस कब तक रहेगा ये इस बात पर निर्भर करता है कि ये कितना फैलता है और कितना नियंत्रण में आता है. इसके अलावा मौसम और लोगों को इम्यूनिटी की भी इसमें अहम भूमिका होगी.’

अमेरिका के सीडीसी( Centers for Disease Control and Prevention)ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मौसम और ताममान COVID-19 पर कितना असर डालते हैं.
सीडीसी का कहना है, ‘कुछ वायरस, जैसे सामान्य सर्दी और फ्लू, ठंड के मौसम में अधिक फैलते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य महीनों में इन वायरस से बीमार होना असंभव है.’

इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि मौसम गर्म होने पर कोरोना वायरस का फैलना कम हो जाएगा. COVID-19 कैसे फैलता है और ये कितना गंभीर हो सकता है, इसकी जानकारियां अभी भी जुटाई जा रही हैं.
CNN ने अपनी रिपोर्ट में टेक्सास के नेशनल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के डीन डॉक्टर पीटर होटेज के हवाले से लिखा है, ‘यह मानना गलत होगा कि वसंत और गर्मियों में कोरोना वायरस शांत हो जाएगा.’
TIME report में विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही COVID-19 गर्मियों में कम सक्रिय हो जाए लेकिन इसके प्रकोप पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो ये वापस भी लौट सकता है.

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में प्रयोगशाला चिकित्सा के प्रोफेसर चार्ल्स चिउ का कहना है, ‘कई देशों में कोरोना वायरस का फैलना ऐसे ही जारी रहा तो इस वायरस को खत्म करना बहुत मुश्किल होगा.’